जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव (Jammu Kashmir Assembly Elections 2024) के पहले चरण में शाम 5 बजे तक 58.19% वोटिंग हुई है. पहले चरण के तहत 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है. जम्मू-कश्मीर में कुल 90 सीटें हैं, जिनमें 47 कश्मीर घाटी में और 43 सीट जम्मू संभाग में हैं.
10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनाव (Jammu Kashmir Assembly Elections 2024) के पहले चरण की वोटिंग में 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर शाम 5 बजे तक 58.19% वोटिंग हुई है. सबसे ज्यादा 77.23% मतदान किश्तवाड़ जिले में हुआ है.
जबकि पुलवामा जिले में सबसे कम 43.87% मतदान हुआ है. वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई है, जो शाम 6 बजे तक जारी रहेगी.
चुनाव आयोग के अनुसार, डोडा जिले में 69.33% मतदान हुआ, इसके बाद रामबन जिले में 67.71%, कुलगाम जिले में 59.62%, शोपियां में 53.64% और अनंतनाग में 54.14% मतदान हुआ है.
दूसरे चरण के लिए वोटिंग 25 सितंबर को होगी और तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को मतदान होगा. चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
PM मोदी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में वोट देने की लोगों से अपील की है. उन्होंने X पर लिखा है कि मैं उन सभी निर्वाचन क्षेत्रों से मतदान करने का आग्रह करता हूं, जहां आज मतदान हो रहा है. बड़ी संख्या में लोग आएं और लोकतंत्र के उत्सव को मजबूत करें.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी लोगों से वोट की अपील की है. उन्होंने X पर लिखा है कि 'जम्मू-कश्मीर के लोग अपने अधिकारों की रक्षा करने और सच्चे विकास और पूर्ण राज्य के दर्जे के एक नए युग की शुरुआत करने के लिए बेहद उत्सुक हैं. 24 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का पहला चरण शुरू होने के साथ, हम सभी से अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने और बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह करते हैं.'
219 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज
23 लाख से अधिक मतदाता 90 निर्दलीय सहित 219 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, जो जम्मू क्षेत्र के तीन जिलों में 8 और कश्मीर घाटी के चार जिलों में 16 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 24 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में कुल 23.2 लाख मतदाता अपने मतों का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें 11.7 लाख पुरुष, 11.5 लाख महिला और 60 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं.
चुनाव आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक- 18 से 19 वर्ष की आयु के बीच के 1.23 लाख युवाओं के साथ-साथ 28,309 विकलांग व्यक्ति और 85 वर्ष से अधिक आयु के 15,774 बुजुर्ग मतदाता भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. अधिकारी ने कहा कि कुल 14,000 मतदान कर्मचारी 3,276 मतदान केंद्रों पर प्रक्रिया की निगरानी करेंगे. 302 शहरी मतदान केंद्र और 2,974 ग्रामीण मतदान केंद्र हैं. पीठासीन अधिकारी सहित चार चुनाव कर्मचारी हर मतदान केंद्र पर तैनात रहेंगे. कुल मिलाकर, पहले चरण के चुनाव के लिए 14,000 से अधिक मतदान कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात किए जाएंगे.
कश्मीर में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत आज तय होगी, उनमें CPI (M) के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी, AICC महासचिव गुलाम अहमद मीर, नेशनल कॉन्फ्रेंस की सकीना इटू और PDP के सरताज मदनी और अब्दुल रहमान वीरी शामिल हैं. श्रीगुफवारा-बिजबेहरा से PDP की इल्तिजा मुफ्ती और पुलवामा से पार्टी के युवा नेता वहीद पारा भी ऐसे दावेदार हैं जो पहले चरण में मैदान में हैं.
जम्मू में पूर्व मंत्री सज्जाद किचलू (NC), खालिद नजीब सुहारवर्दी (NC), विकार रसूल वानी (कांग्रेस), अब्दुल माजिद वानी (DPAP), सुनील शर्मा (BJP), शक्ति राज परिहार (डोडा पश्चिम) अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. गुलाम मोहम्मद सरूरी, तीन बार के विधायक हैं, जो DPAP से टिकट नहीं दिए जाने के बाद निर्दलीय लड़ रहे हैं, जिसमें वो दो साल पहले गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस छोड़ने के बाद शामिल हुए थे.
पूर्व विधायक दलीप सिंह परिहार (BJP), पूर्व MLC फिरदौस टाक और इम्तियाज शान (PDP), NC की पूजा ठाकुर, जिला विकास परिषद किश्तवाड़ की मौजूदा अध्यक्ष, BJP के युवा चेहरे शगुन परिहार, जिनके पिता अजीत परिहार और चाचा अनिल परिहार की नवंबर 2018 में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी, और AAP के मेहराज दीन मलिक मैदान में हैं.