जम्मू- कश्मीर विधानसभा के 5 दिवसीय सेशन की शुरुआत आज यानी 4 नवंबर की सुबह उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा के अभिभाषण के साथ हुई. इस दौरान विधानसभा सदन में जमकर हंगामा हुआ है. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) विधायक वहीद पारा ने विधानसभा में, पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने के प्रावधान वाले आर्टिकल 370 को हटाए जाने का विरोध करते हुए प्रस्ताव पेश किया. जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने की मांग की. जिसके बाद विधानसभा में विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया.
PDP सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती ने वहीद के कदम का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा कि आपके इस कदम पर पार्टी को गर्व है.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में BJP विधायक ने पारा के प्रस्ताव का विरोध किया. वहीं सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष रहीम राथर ने कहा कि उन्होंने अभी तक किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है.
भारत सरकार ने वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में विभाजित कर दिया था. इसके साथ ही राज्य को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया था. इसके बाद से जम्मू-कश्मीर में पांच साल से अधिक समय तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा. सितंबर-अक्टूबर में वहां विधानसभा चुनाव करवाए गए और उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कांफ्रेंस (NC) की सरकार बनी है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास विधानसभा में 42 सीटें हैं, BJP के पास 28 (विधायक देवेंद्र सिंह राणा की मृत्यु के कारण एक सीट रिक्त हुई है), कांग्रेस के पास 6, PDP के पास 3, CPI-M के पास 1, आम आदमी पार्टी (AAP) के पास 1, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (PC) के पास 1 और निर्दलीय 7 हैं.