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Lok Sabha Elections 2024: चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार किंगमेकर बनकर उभरे, सत्ता के ताले की चाबी अब इनके हाथ

अभी के आंकड़ों को देखें तो INDIA गठबंधन के पास कुल 232 सीटें हैं, बहुमत का जादुई आंकड़ा 272 है, यानी 40 सीटों की और दरकार है. दूसरी तरफ NDA के पास 293 सीटें हैं, यानी बहुमत से 21 सीटें ज्यादा है.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी11:40 AM IST, 05 Jun 2024NDTV Profit हिंदी
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लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद दो ऐसे चेहरे मौजूदा राजनीति की धुरी बन गए हैं, जिन्हें साल 2024 के चुनावी संग्राम के दौरान या तो हाशिए पर रखा गया या उन्हें जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जाएगा, इस सोच के साथ छोड़ दिया गया. आज वो ही दोनों चेहरे ये तय करेंगे कि BJP तीसरी बार NDA के साथ मिलकर सत्ता में वापसी करेगी या नहीं, यानी मौजूदा राजनीतिक परिदृष्य में ये दोनों किंगमेकर बनकर उभरे हैं, जिनके बिना BJP इस पार या उस पार की जद्दोजहद में उलझ सकती है.

चंद्रबाबू नायडू

पहला नाम है TDP चीफ चंद्रबाबू नायडू जिन्हें एक भ्रष्टाचार के मामले में 8 महीने पहले 2 महीने तक जेल में रहना पड़ा था. हालांकि वो ये साफ कर चुके हैं कि वो BJP के साथ ही जाएंगे, जो वादा उन्होंने किया था वो पूरा करेंगे. चंद्रबाबू नायडू ने लोकसभा चुनावों में 16 सीटें जीती हैं, BJP ने 3 और जनसेना ने 2 सीटें हासिल की हैं. यानी 25 लोकसभा सीटों में से NDA ने 21 सीटें जीतकर YSRCP को तगड़ा झटका दिया है.

TDP चीफ प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा "आज मैं दिल्ली जा रहा हूं. चुनाव पूरा होने के बाद, दिल्ली जाने से पहले यह मेरी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस है, मैं मतदाताओं के समर्थन से बहुत खुश हूं. उतार-चढ़ाव आम हैं राजनीति में. इतिहास में कई राजनीतिक नेताओं और पार्टियों को बाहर कर दिया गया है. मीडिया से बात करते हुए, नायडू ने चुनावी जीत हासिल करने में TDP, जनसेना और BJP के बीच आपसी सहयोग पर जोर दिया, उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान अमित शाह, प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा सहित दिल्ली के प्रमुख नेताओं ने काफी सपोर्ट किया.

नीतीश कुमार

दूसरी तरफ नीतीश कुमार है, जिनसे इस बार कम से कम ऐसे धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद कोई नहीं कर रहा था, जिस तरह से बिहार में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी ने कैम्पेनिंग की, नीतीश को इसके बावजूद 12 सीटें मिलीं, BJP ने भी 12 सीटें जीती हैं, यानी नीतीश बाबू इस बार BJP के सामने बराबरी के साथ खड़े दिखेंगे. लेकिन नीतीश बाबू की पलटी मारने के इतिहास से BJP भी वाकिफ है, क्योंकि INDIA गठबंधन भी नीतीश बाबू से संपर्क नहीं करेगा, ऐसा सोचना राजनीति के नियमों के खिलाफ होगा. क्योंकि जैसे ही कल शाम तक चुनावी तस्वीर साफ हो गई, ऐसी खबरें आने लगीं कि INDIA गठबंधन के नेता बहुमत जुटाने की कोशिश में चंद्रबाबू नायडू और नीतीश दोनों से बात करने की कोशिश में जुट गए हैं. हालांकि न तो इसकी किसी ने पुष्टि की है और न ही इनकार किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे आगे की रणनीति बनाने के लिए अन्य सहयोगियों के साथ बैठक करेंगे.

नंबर गेम क्या है

अभी के आंकड़ों को देखें तो INDIA गठबंधन के पास कुल 232 सीटें हैं, बहुमत का जादुई आंकड़ा 272 है, यानी 40 सीटों की और दरकार है. दूसरी तरफ NDA के पास 293 सीटें हैं, यानी बहुमत से 21 सीटें ज्यादा है. मगर सिर्फ BJP को देखें तो अपने दम पर 240 सीटें ही हासिल कर पाई है, ऐसे में उसे सरकार बनानी है तो 32 सीटों की जरूरत होगी. ऐसे में अगर नीतीश या चंद्रबाबू नायडू खिसकते हैं तो दिक्कत बढ़ सकती है, जिसके चांस थोड़ा कम ही हैं

18 निर्दलीय सांसदों में से 4 YSRPC और निर्दलीय हैं, इसलिए, अगर INDIA ब्लॉक सत्ता में आना चाहता है, तो उसे JDU, TDP और कुछ निर्दलीय विधायकों को साथ लाने की जरूरत होगी, जो थोड़ा मुश्किल भरा काम लगता है, लेकिन राजनीति में कुछ भी कहा नहीं जा सकता है.

खैर 1-2 दिनों तक सत्ता के गलियारों में और बंद कमरों में बैठकों का दौर चलेगा. चुनाव के नतीजे तो सामने हैं, लेकिन सत्ता का चेहरा कौन होगा, नजर रहेगी.

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