लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) ने लोकसभा चुनावों को साथ लड़ने का ऐलान कर दिया है, साथ ही उनके बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी तय हो गया है, जिसका ऐलान आज किया गया है.
दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का क्या फॉर्मूला रहेगा AAP-कांग्रेस ने आज साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी है. इसके मुताबिक दिल्ली की 7 सीटों में से 4 पर आम आदमी पार्टी और 3 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी.
आम आदमी पार्टी पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और नई दिल्ली सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस उत्तर पूर्वी दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली और चांदनी चौक सीटों पर चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार उतारेगी.
हरियाणा में कांग्रेस 9 और आम आदमी पार्टी 1 सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी. गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से 24 सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि आम आदमी पार्टी 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
AAP भरूच, भावनगर लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, ये जानकारी कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने संवाददाताओं को दी. इसके अलावा चंडीगढ़ और गोवा की दोनों सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी. AAP अब दक्षिण गोवा में अपने उम्मीदवार का नाम वापस लेगी.
दिल्ली (कुल 7 लोकसभा सीटें): कांग्रेस 3 सीटों पर, AAP 4 सीटों पर चुनाव लड़ेगी
गुजरात (कुल 26 लोकसभा सीटें): कांग्रेस 24 सीटों पर, AAP 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी
हरियाणा (कुल 10 लोकसभा सीटें) कांग्रेस 9 सीटों पर, AAP 1 सीट पर चुनाव लड़ेगी
चंडीगढ़ की इकलौती सीटे पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी
गोवा की भी दोनों सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी
भले ही दोनों पार्टियां दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, गोवा, चंडीगढ़ में एक साथ चुनाव लड़ने जा रही हैं, लेकिन इन दोनों ने पंजाब में लोकसभा चुनाव अलग-अलग लड़ने का फैसला किया है, ये बात आप नेता संदीप पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
कांग्रेस का फिलहाल उत्तर प्रदेश और दिल्ली में गठबंधन तय हो गया है. यूपी में कांग्रेस सपा के साथ और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. केजरीवाल के साथ सीट शेयरिंग पर शुक्रवार को ही सहमति बन गई थी लेकिन आज सीटों का औपचारिक ऐलान किया गया.