मॉनसून सत्र के चौथे दिन भी मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी रहा. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, अब विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है.
इस बीच गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने संसद के गतिरोध को खत्म करने के लिए विपक्षी पार्टियों को लेटर लिखा है.
संसद में आज सरकार और विपक्ष द्वारा एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने विपक्षी गठबंधन के नाम को इंडियन मुजाहिदीन और PFI जैसे नामों से जुड़ा बताया. वहीं राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के बीच तीखी तकरार देखने को मिली.
NDTV की रिपोर्ट में न्यूज एजेंसी ANI के हवाले से बताया गया है कि I.N.D.I.A बुधवार को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा. बता दें प्रस्ताव के बाद सरकार को फ्लोर टेस्ट में पास करना जरूरी होगा.
भारत में अब तक 27 मौकों पर अविश्वास प्रस्ताव लाया जा चुका है. पहला प्रस्ताव जवाहर लाल नेहरू के खिलाफ चीन युद्ध के बाद लाया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में नए गठबंधन के नाम पर इशारों-इशारों में निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'विपक्षी दल खुद की इंडिया नाम के लिए तारीफ करते रहते हैं. इंडियन नेशनल कांग्रेस, ईस्ट इंडिया कंपनी, इंडियन मुजाहिदीन. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया. ये भी इंडिया हैं. सिर्फ इंडिया नाम का इस्तेमाल करने का कोई मतलब नहीं है.'
इसके जवाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि 'आप हमें जो चाहते हैं, वो कहें मोदी जी. हम भारत हैं. हम मणिपुर के जख्म भरने में मदद करेंगे और हर महिला और बच्चे के आंसू पोछेंगे. हम सभी लोगों के लिए प्यार और शांति को वापस लाएंगे. हम मणिपुर में भारत के विचार को दोबारा स्थापित करेंगे.'
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर पर चर्चा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी की मांग की है. वहीं, गोयल ने विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचारों का जिक्र करते हुए हमला बोला. खड़गे ने कहा कि रूल 267 के तहत 50 से ज्यादा सदस्यों ने मणिपुर मामले पर चर्चा के लिए नोटिस दिए हैं, लेकिन सरकार तैयार नहीं है.
पीयूष गोयल ने इसका जबाव देते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं. वो दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे.