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रायबरेली से गांधी परिवार का नाता रहेगा कायम; वायनाड सीट छोड़ेंगे राहुल गांधी, उपचुनाव में प्रियंका होंगी उम्मीदवार

अगले 6 महीने में वायनाड में उपचुनाव करवाए जाएंगे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के मुताबिक प्रियंका गांधी वायनाड से कांग्रेस प्रत्याशी होंगी.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी07:57 PM IST, 17 Jun 2024NDTV Profit हिंदी
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रायबरेली और वायनाड से जीत दर्ज करने वाले राहुल गांधी वायनाड सीट छोड़ेंगे. इसी के साथ प्रियंका गांधी का चुनावी राजनीति में आगाज होने जा रहा है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वायनाड उपचुनाव के लिए पार्टी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को उम्मीदवार बनाएगी.

बता दें नियमों के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति दो सीटों से चुनाव जीतता है, तो एक सीट छोड़नी पड़ती है. जिसमें अगले 6 महीनों के भीतर उपचुनाव करवाया जाता है.

वायनाड के लोगों से जुड़वा बरकरार रखूंगा: राहुल गांधी

इस मौके पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कहा कि 'मुझे वायनाड से चुनाव लड़कर बेहद खुशी होगी. मैं बिलकुल नर्वस नहीं हूं.

वहीं राहुल गांधी ने कहा, 'मैं वायनाड के लोगों का धन्यवाद देना चाहता हूं, बीते 5 साल में उनके साथ मेरा एक भावनात्मक लगाव बन गया है. मैं वायनाड जाना लगतार जारी रखूंगा और वहां के लोगों से अपनी बहन के जरिए जुड़ा रहूंगा.'

2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को रायबरेली सीट में 66% वोट मिले थे. करीब 4 लाख वोट के अंतर से उन्होंने BJP कैंडिडेट को हराया है.

रायबरेली से गांधी परिवार का पुराना नाता

राहुल गांधी ने रायबरेली में BJP प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को 3.64 लाख वोटों से करारी शिकस्त दी है. जबकि पिछले चुनाव में सोनिया गांधी करीब 3.9 लाख वोटों से जीती थीं. सोनिया 2004 से इस सीट पर जीत रही थीं.

इससे पहले इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी भी रायबरेली से सांसद चुने जा चुके हैं. मतलब रायबरेली गांधी परिवार का गढ़ रही है.

इस साल की शुरुआत में सोनिया गांधी राज्यसभा की सदस्य चुन ली गई थीं. इस चुनाव में उन्होंने रायबरेली के लोगों से भावनात्मक अपील में राहुल गांधी को वोट देने की अपील करते हुए कहा था कि वे अपना बेटा रायबरेली को सौंप रही हैं.

2004 में पहली बार सांसद चुने जाने के बाद राहुल गांधघी 2009 और 2014 में भी अमेठी से सांसद चुने गए. 2019 में वे अमेठी और वायनाड, दो सीटों से लड़े थे, जिसमें उन्हें अमेठी से स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में स्मृति ईरानी कांग्रेस नेता किशोरी लाल शर्मा से चुनाव हार गई हैं.

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