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शेयर बाजार पर राहुल गांधी के आरोपों पर BJP का जवाब, पीयूष गोयल बोले - निवेशकों को नुकसान नहीं, फायदा हुआ

प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पीयूष गोयल ने कहा, 'राहुल गांधी मार्केट इन्‍वेस्‍टर्स को गुमराह कर रहे हैं. कांग्रेस नेता चुनावों में हार से उबर नहीं पाए हैं.'
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:34 AM IST, 07 Jun 2024NDTV Profit हिंदी
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4 जून को शेयर मार्केट में बेतहाशा गिरावट को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों पर BJP ने पलटवार किया है. मुंबई नॉर्थ सीट से जीते सीनियर BJP लीडर पीयूष गोयल ने राहुल के उन आरोपों को बेबुनियाद बताया है, जिनमें कांग्रेस नेता ने 'BJP, एग्जिट पोल एजेंसीज और संदिग्‍ध विदेशी निवेशकों' के बीच कनेक्‍शन होने की बात कही थी और इसे फर्जी एग्जिट पोल के जरिये सबसे बड़ा शेयर घोटाला बताया था. राहुल गांधी ने संयुक्‍त संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने की भी मांग की है.

राहुल गांधी के इन आरोपों का जवाब देत हुए पीयूष गोयल ने कांग्रेस नेता पर 'मार्केट इन्‍वेस्‍टर्स को गुमराह करने की साजिश' का आरोप लगाया. एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में गोयल ने कहा, 'कांग्रेस नेता चुनावों में विपक्ष की हार से उबर नहीं पाए हैं.'

पीयूष गोयल ने कहा कि राहुल गांधी, निवेशकों के बीच भय पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. वो BJP को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि हकीकत ये है कि मोदी सरकार में शेयर बाजार में काफी तेजी देखने को मिली है.

उन्‍होंने कहा, 'भारत आज 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. हम इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते कि भारत का इक्विटी मार्केट, दुनिया की टॉप 5 इकोनॉमीज के मार्केट कैप की लिस्‍ट में शामिल हो गया है.'

गोयल ने कहा, 'मोदी सरकार के पिछले 10 साल के कार्यकाल में पहली बार मार्केट कैप ने 5 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है. UPA सरकार के दौरान May 2014 में मार्केट कैप मात्र 67 लाख करोड़ रुपये था जो मोदी सरकार के 10 वर्षों में बढ़कर आज 415 लाख करोड़ रुपये हो गया है.'

'रिटेल इन्‍वेस्‍टर्स को हुआ खूब फायदा'

गोयल ने कहा कि भारतीय निवेशकों, खास तौर पर रिटेल निवेशकों को पिछले कुछ सालों में शेयर इंडेक्‍सेस में उछाल से फायदा हुआ है. रिटेल निवेशक, आज सिर्फ मूकदर्शक नहीं हैं, बल्कि इसमें हिस्सा ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि UPA के कार्यकाल में देश में FPI की हिस्सेदारी 21% थी और अब ये घट कर 16% रह गई है. इसी समय, शेयर बाजारों में भारतीयों का निवेश बढ़ा है.

गोयल ने कहा, 'भारत को एक अच्छी तरह से विनियमित बाजार माना जाता है और सेबी को दुनिया भर में कई प्रशंसा मिली है.'

'Fragile 5 से टॉप-5 में पहुंचा भारत'

पीयूष गोयल ने कहा, 'कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार के दौरान भारत को 'Among Fragile 5' यानी 5 कमजोर अर्थव्‍यवस्‍थाओं में से एक कहा जाता था और अब हमारा देश दुनिया की टॉप-5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है.'

2013 में मॉर्गन स्टेनली के एक एनालिस्‍ट ने 'Fragile 5' टर्म गढ़ा था, जिसका मतलब भारत सहित उन पांच देशों के समूह से था, जिनकी अर्थव्यवस्था उस समय अच्छी नहीं चल रही थी. भारत के अलावा अन्य चार देश ब्राजील, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और तुर्की थे.

'5 गुना बढ़ी म्‍यूचुअल फंड इंडस्‍ट्री'

पीयूष गोयल ने कहा, '2014 में म्यूचुअल फंड इंडस्‍ट्री का आकार केवल 10 लाख करोड़ रुपये था, आज ये 5 गुना से अधिक बढ़कर 56 लाख करोड़ रुपये हो गई है. म्यूचुअल फंड के माध्यम से, भारतीय निवेशक विशेष रूप से छोटे निवेशक आज इस बढ़ते बाजार का लाभ उठा रहे हैं और इन छोटे खुदरा निवेशकों ने यह सुनिश्चित किया है कि आज भारत का स्वामित्व इंस्‍टीट्यूशनल इन्‍वेस्‍टर्स के स्वामित्व से कहीं अधिक हो गया है.'

'भारतीय निवेशकों को मोदी पर भरोसा'

विदेशी निवेशकों की बिकवाली का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा, 'अप्रैल और मई में, जब बाजार में तेजी थी, तो विदेशियों ने बाजार में बिकवाली की और भारतीय निवेशकों ने इसका फायदा उठाया और खरीदारी की. पिछले दो महीनों में इस तेजी का लाभ भारतीय निवेशकों को मिला है.'

आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल और मई में, FPI भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध विक्रेता थे. गोयल ने कहा, 'जब 4 जून को नतीजे आए, जब बाजार में गिरावट आई, तो विदेशी निवेशकों ने कम कीमत पर बिकवाली की और भारतीय निवेशकों ने इस विश्वास के साथ खरीदारी की कि मोदी सरकार आ रही है और हम इसका फायदा उठाएंगे.'

उन्‍होंने कहा, 'इसलिए विदेशियों ने ऊंचे दाम पर खरीदा और कम दाम पर बेचा, जबकि भारतीय निवेशकों ने ऊंचे दाम पर बेचा और कम दाम पर खरीदा. इसलिए एक तरह से भारतीय निवेशकों ने इस अवधि में भी कमाई की. किसी को नुकसान नहीं हुआ.' उन्होंने कहा कि खुदरा निवेशकों को इस अवधि में लाभ हुआ.

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