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Biden-Jinping मिले; चीन ने ताइवान पर हमले की योजना से किया इनकार, हमास-इजरायल जंग में US ने मांगी मदद

बाइडेन ने कहा ये बातचीत सफल रही और इसमें हाई लेवल मिलिट्री कम्युनिकेशन, फेंटानिल और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर बातचीत शुरू करने पर सहमति बनी.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी11:25 AM IST, 16 Nov 2023NDTV Profit हिंदी
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के बीच सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) में मुलाकात हुई.

बाइडेन ने कहा कि ये बातचीत सफल रही और इसमें हाई लेवल मिलिट्री कम्युनिकेशन, फेंटानिल और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर बातचीत शुरू करने पर सहमति बनी.

मुलाकात सैन फ्रांसिस्को के पास स्थित कस्बे वुडसाइड में फिलोली एस्टेट में हुई, जहां कई घंटों की बातचीत का दौर चला.

ताइवान और इजरायल-हमास जंग पर चर्चा

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक जिनपिंग ने स्पष्ट किया है कि चीन की ताइवान पर हमले की कोई योजना नहीं है. बीते दिनों दोनों देशों के बीच ताइवान मुद्दे पर काफी तनाव बढ़ गया था. इस मुलाकात के बाद चीन, अमेरिका के खिलाफ अपने कुछ कदम वापस खींच सकता है, जो स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद उठाए गए थे.

इसके अलावा अमेरिका ने हमास-इजरायल जंग में ईरान पर दबाव बनाने के लिए भी चीन से अपील की, जो हमास और हिजबुल्लाह को वित्तीय-सैन्य मदद पहुंचाता रहा है.

मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाइडेन ने कहा, 'मेरा विश्वास है ये कि अब तक के सबसे ज्यादा कंस्ट्रक्टिव और प्रोडक्टिव डिस्कशन रहे. हमने कुछ जरूरी प्रगति की है.'

मिलिट्री कम्युनिकेशन वापस चालू होंगे

चीन-ताइवान के बीच जारी तनाव के दौरान स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन ने अमेरिका से मिलिट्री टू मिलिट्री कम्युनिकेशन डाउनग्रेड कर दिया था. दोनों देशों के प्रमुखों के बीच बीते एक साल बात भी नहीं हुई थी.

बाइडेन ने मुलाकात के बाद मिलिट्री टू मिलिट्री कॉन्टैक्ट के चालू होने की बात को हाईलाइट किया. उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच गलतफहमी में घटनाएं होने की संभावना कम होगी.

बाइडेन ने कहा, 'हम हाईलेवल डिप्लोमेसी जारी रखेंगे. प्रेसिडेंट शी और मेरे बीच भी सीधे कम्युनिकेशन की लाइन चालू रहेगी. मैंने और उन्होंने सहमति जताई कि हमें सीधे फोन उठाना चाहिए और तुरंत बात सुननी चाहिए.'

हाल के दिनों में चीन और अमेरिका के कई जंगी जहाजों और एयरप्लेन आपस में भिड़ने के करीब तक पहुंचे हैं.

फेंटानिल के मुद्दे पर चीन का समर्थन

फेंटानिल के मुद्दे पर भी अमेरिका की चीन के साथ डील हुई. बाइडेन ने शी को बताया कि फेंटानिल, अमेरिका के सामने मौजूद सबसे बदतर ड्रग समस्याओं में से एक है. अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक हर दिन करीब 150 लोग फेंटानिल जैसे सिंथेटिक ओपियोड्स के सेवन से जान गंवाते हैं.

ये अमेरिका में एक राजनीतिक मुद्दा भी बन गया था. रिपब्लिकन प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट्स ने यहां तक कहा था कि अगर चीन इस पर कार्रवाई नहीं करता, तो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों में बाधा आएगी. साथ ही मैक्सिको और दूसरे ड्रग कार्टेल्स के खिलाफ मिलिट्री के इस्तेमाल की चेतावनी भी दी गई थी.

दोनों देशों के बीच इमर्जिंग टेक्नोलॉजी को वैश्विक स्थिरता के लिए इस्तेमाल करने, अगले साल से फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने, पावर सेक्टर पॉल्युशन को कम करने पर भी सहमति बनी.

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