साइबर सिक्योरिटी को लेकर बढ़ती चिंता के बीच एक और बड़े साइबर अटैक की घटना सामने आई है. साइबर हैकर्स ने इंटरनेट आर्काइव की आधिकारिक वेबसाइट को हैक कर लिया, जिसमें करीब 3.1 करोड़ यूजर्स का प्राइवेट डेटा लीक हो गया. NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, इन डेटाज में स्क्रीन नेम, ईमेल एड्रेस, एन्क्रिप्टेड पासवर्ड शामिल हैं.
इस डेटा ब्रीच ने डेटा प्राइवेसी और लोकप्रिय डिजिटल लाइब्रेरी की सुरक्षा के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं, जो अपनी वेबैक मशीन के लिए जानी जाती है. घटना के बाद साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट ने तुरंत पासवर्ड बदलने की सलाह दी.
रिपोर्ट के मुताबिक, एक फिलिस्तीनी हैक्टिविस्ट ने इंटरनेट आर्काइव पर इस बड़े साइबर हमले की जिम्मेदारी ली है. दो दिन पहले 9 अक्टूबर को सामने आए इस साइबर हमले में इंटरनेट आर्काइव की वेबसाइट पर जावा स्क्रिप्ट (.js) लाइब्रेरी के हैक के बाद लाखों यूजर्स के डेटा का खुलासा हुआ. हैकर ने पॉप-अप में इंटरनेट आर्काइव का मजाक उड़ाते हुए कहा कि ये डेटा सिक्योरिटी ब्रीच के कगार पर है.
डेटा ब्रीच की घटनाओं को देखते हुए इंटरनेट आर्काइव के संस्थापक ब्रूस्टर काहले ने एक पब्लिक अपडेट जारी किया. उन्होंने बताया है कि वेबसाइट पर एक DDoS हमला हुआ, जिससे वेबसाइट प्रभावित हुई और यूजरनेम, ईमेल और पासवर्ड का डाटा लीक हुआ है.
ऐसे बड़े स्तर के साइबर हमले से बचने के लिए और डेटा सुरक्षित करने के लिए संगठन ने अपने जावा स्क्रिप्ट लाइब्रेरी को ही बंद कर दिया है. ये अपने सिस्टम को साफ कर रहा है और सुरक्षा बढ़ा रहा है.