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IIT बॉम्बे के साथ आई TCS; बनाएंगे भारत का पहला क्वांटम डायमंड माइक्रोचिप इमेजर

अगले दो साल तक TCS के एक्सपर्ट्स IIT बॉम्बे के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ कस्तूरी साहा के साथ मिलकर क्वांटम इमेजिंग प्लेटफॉर्म बनाने के लिए PQuest लैब में काम करेंगे.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:57 PM IST, 28 May 2024NDTV Profit हिंदी
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TCS ने IIT भारत के पहले क्वांटम डायमंड माइक्रोचिप इमेजर के निर्माण के लिए TCS और IIT बॉम्बे साथ आ रहे हैं. इस एडवांस्ड सेंसिंग टूल से सेमीकंडक्टर चिप्स के परीक्षण में ज्यादा शुद्धता आएगी, साथ ही चिप खराब निकलने की घटनाएं भी कम होंगी. इतना ही नहीं, इमेजर से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में एनर्जी एफिशिएंसी भी बढ़ेगी.

सेमीकंडक्टर चिप्स आज की आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का अहम हिस्सा हैं, जिससे ये डिवाइसेज ज्यादा स्मार्ट और एफिशिएंट बनती हैं. डेटा प्रोसेस करने के साथ-साथ किसी दिए गए टास्क को पूरा करने की क्षमता वाली ये चिप्स इन डिवाइसेज के दिमाग की तरह काम करती हैं.

अगले दो साल तक TCS के एक्सपर्ट्स IIT बॉम्बे के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ कस्तूरी साहा के साथ मिलकर क्वांटम इमेजिंग प्लेटफॉर्म बनाने के लिए PQuest लैब में काम करेंगे.

इस मौके पर डॉ साहा ने कहा, 'साथ मिलकर काम कर हम तमाम सेक्टर्स में ट्रांसफॉर्मेशन लाना चाहते हैं, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्थकेयर भी शामिल हैं. इस तरह हम भारत को अहम तकनीकों और प्रोडक्ट्स के मामले में आगे ले जाना चाहते हैं, जो नेशनल क्वांटम मिशन की क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी वर्टिकल के साथ मेल भी खाते हैं.'

बता दें जैसे जैसे सेमीकंडक्टर छोटे होते जा रहे हैं, पारंपरिक सेंसिंग मेथड्स में अब उतनी शुद्धता और क्षमता नहीं रह गई है कि वे चिपों की तमाम दिक्कतों को सामने ला पाएं. क्वांटम डायमंड माइक्रोचिप इमेजर मैग्नेटिक फील्ड्स की इमेजिंग कर सकता है, जिससे सेमीकंडक्टर चिप्स को बिना नुकसान पहुंचाए इनकी मैपिंग हो सकती है.

TCS के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर हैरिक विन ने बताया कि "क्वांटम फिजिक्स में दूसरी क्रांति डाटा प्रोसेसिंग में अप्रत्याशित रफ्तार है, इसके लिए जरूरी है कि हम अपने संसाधनों को मिलाकर काम करें. इससे हम सेंसिंग, कम्प्यूटिंग, कम्युनिकेशन तकनीक में लीडरशिप स्थिति हासिल कर सकते हैं. ये पहल कई उद्योगों की कायापलट कर देगा. इस तकनीक का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक से लेकर स्वास्थ्य में भी किया जा सकता है."

1990 से चल रहे पार्टनरशिप के आधार पर TCS और IIT मुंबई इस प्रोजेक्ट को खड़ा करेंगे. इसमें ज्वाइंट रिसर्च प्रोजेक्ट, एजुकेशन प्रोग्राम, इंटर्नशिप और फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शामिल है. TCS के साथ इनोवेशन के लिए पार्टनरशिप करने वाला IIT बॉम्बे देश का का पहला शिक्षा संस्थान है. ये सहयोग डाटा प्रोसेसिंग में इनोवेटिव सॉल्यूशंस निकालने पर काम करेगा.

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