कॉइनस्विच (CoinSwitch) की पेरेंट कंपनी पीपलको (PeepalCo) ने मंगलवार को ऐप के जरिए स्टॉक ब्रोकिंग में एंट्री की जानकारी दी. कंपनी लेमन (Lemonn) नाम के स्टॉक ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म के साथ जीरोधा, ग्रो और अपस्टॉक्स जैसे ऐप को टक्कर देगी.
पीपलको के ग्रुप चीफ एग्जीक्यूटिव और को-फाउंडर आशीष सिंघल (Ashish Singhal) के मुताबिक, लेमन का फोकस दो तरह की परेशानी को सुधारने पर होगा, डिसीजन मेकिंग और स्टॉक डिलीवरी.
सिंघल ने कहा, 'स्टॉक इन्वेस्टिंग फिलहाल भारत के शहरी इलाकों तक सीमित है. हमने इस फील्ड के खिलाड़ियों को बेहतर परफॉर्म करते हुए देखा है, लेकिन आज भी स्टॉक ऐप शहरी कस्टमर्स तक सीमित हैं'.
शुरुआती 3 महीने लेमन किसी कस्टमर से ट्रेड के लिए कोई ब्रोकरेज फीस नहीं लेगी. इसके साथ ही ऐप पर किसी शेयर की रेटिंग भी दी जाएगी, जो रिसर्च रिपोर्ट पर आधारित होगी.
इसमें ऐसे भी कई सेक्शन होंगे, जिसमें निवेशक इलेक्ट्रिक व्हीकल या सेमीकंडक्टर जैसे ट्रेंडिंग सेक्टर से जुड़े शेयरों में भी निवेश कर सकेंगे.
सिंघल ने कहा, 'कंपनी का पहला फोकस लेमन को मार्केट के लिए फिट बनाना है'. उन्होंने कहा, 'हम इसके बाद स्केलिंग पर फोकस करेंगे'.
लेमन का अपना अलग बिजनेस डिवीजन होगा जिसमें मैनेजिंग और ऑपरेशन टीम होंगी. इस बिजनेस डिवीजन के हेड देवम सरदाना (Devam Sardana) ने कहा, 'हम स्टॉक एडवायजरी में जाने पर विचार कर रहे हैं. ऐप फिलहाल इक्विटी पर फोकस कर रहा है, लेकिन आने वाले वक्त में फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस, म्यूचुअल फंड्स और IPO के लिए कई प्रोडक्ट ला सकते हैं'.
सिंघल ने कहा, 'पीपलको के पास 5 साल से ज्यादा का रनवे बाकी है जिसमें कंपनी अपने दोनों ब्रैंड कॉइनस्विच और लेमन को चला सकती है और स्केल कर सकती है. कंपनी को फिलहाल फ्रेश फंडिंग की जरूरत नहीं है'.
इसके साथ ही, इन दोनों यूनिट्स के बीच कोई कंज्यूमर डेटा फ्लो नहीं कर रहा है और दोनों ही सिलो में ऑपरेट करेंगी. सिंघल ने कहा, 'हम कॉइनस्विच में अपने नए प्रोडक्ट दिखा रहे हैं, लेकिन यूजर्स को साइन अप करने के लिए अलग से KYC भरना पड़ेगा'.