भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने के बाद हालात काबू में हैं. सेना के तीनों सेना प्रमुखों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कई अहम बातें और उपलब्धियां सबूत से साथ सामने रखीं.
डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) ने कहा कि 'भारत की लड़ाई आतंकवाद से है, पाकिस्तानी सेना से नहीं. आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई समय की मांग है.
DGMO ने कहा कि, ये देखकर हैरानी हुई कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ भारत की कार्रवाई में हस्तक्षेप किया. भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने अपने देश की रक्षा के लिए दीवार की तरह काम किया. भारतीय सेना देश में नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे को बचाने में कामयाब रही है. सरकार ने पिछले 10 सालों पॉवरफुल एयर डिफेंस सिस्टम के लिए बजट बनाया है, महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
DGMO ने कहा कि पाकिस्तान के पास हमारे एयर डिफेंस ग्रिड को पार करने का कोई रास्ता नहीं था. पाकिस्तानी वायुसेना भारत की मल्टी-लेयर डिफेंस को पार करने की स्थिति में नहीं थी.
इसके अलावा इन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान की ओर से आतंकी गतिविधियों का ट्रेंड बदल रहा है.
DGMO ने ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तानी मिराज का मलबा दिखाया. वहीं एयर मार्शल एके भारती ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना द्वारा निशाना बनाए गए टारगेट्स के फोटो सामने रखे.
एयर स्पेस पर जानकारी दी गई कि हमारे सभी हवाई क्षेत्र हर तरह से चालू हैं. साथ ही DGMO ने BSF यानी सीमा सुरक्षा बल की तारीफ की. कहा कि, इस ऑपरेशन में भारत के सीमा सुरक्षा बल की प्रशंसा करना चाहता हूं. ऑपरेशन सिंदूर में तीनों रक्षा सेवाओं के बीच पूर्ण तालमेल था.
'अभी भी हमारी अरब सागर में पूरी तरह से नजर बनीं हुई है. हमारी सेना किसी भी हालात के लिए तैयार है. जरूरत होने पर हम अब अगले मिशन के लिए तैयार हैं.'