दिग्गज निवेशक राजीव जैन (Rajiv Jain) की GQG पार्टनर्स ने अदाणी ग्रुप में अपनी हिस्सेदारी करीब 10% बढ़ाई है. इसके बाद जैन ने निवेश को लेकर BQ Prime से बातचीत करते हुए कहा है कि अदाणी ग्रुप फिलहाल एक बहुत मजबूत इन्वेस्टमेंट फेज में है. उन्होंने कहा है कि वो अदाणी ग्रुप के FPO में भी निवेश करने के भी इच्छुक हैं.
राजीव जैन का कहना है कि इंफ्रा में निवेश करना कंज्यूमर और IT सेक्टर से पूरी तरह अलग है. जैन ने कहा कि कई बार इंफ्रा में लंबे समय तक एक सीमित रिटर्न मिलता है. उन्होंने आगे बताया कि अदाणी ग्रीन की रेटिंग इंडिया की रेटिंग के बराबर ही है. उनका कहना है कि कारोबार विस्तार की वजह से कई कंपनियों में फ्री-कैश थोड़े वक्त बाद आएगा. भारत में ग्रोथ की अपार संभावनाएं मौजूद हैं.
राजीव जैन ने बातचीत के दौरान कहा, 'कोविड के दौरान एयरपोर्ट के लिए अच्छी डील मिली. इंफ्रा में ग्रोथ के लिए लगातार निवेश करते रहना होता है. अदाणी ग्रुप के इंफ्रा एसेट्स से लगातार रिटर्न की उम्मीद है.
किस तरह की कंपनी के कामयाब होने की ज्यादा संभावना है, इस सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि एक्सपोर्ट या घरेलू बाजार पर फोकस की बजाय कामयाबी, कंपनी के बिजनेस पर निर्भर है. भारतीय IT कंपनियों ने बीते कुछ साल में बेहतरीन काम किया है. IT सर्विसेज कंपनियों में शॉर्ट टर्म हेडविंड का रिस्क है.
जैन ने आगे बताया कि हमें हर कंपनी में निवेश की जरूरत नहीं है. ESG को लेकर GQG पार्टनर्स के नजरिए पर राजीव जैन का कहना है कि फॉसिल फ्यूल को नकारना भी पूरी तरह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें अच्छी गवर्नेंस वाली, लंबा नजरिया रखने वाली कंपनियां पसंद हैं. एनर्जी चेन काफी आकर्षक है, हमारा इस क्षेत्र में अब अच्छा निवेश है.