'PM मोदी चाणक्‍य भी हैं, चंद्रगुप्‍त भी', कैसे वल्‍लभ भंशाली ने अपनी बातों से किया साबित?

वल्‍लभ भंशाली ने कहा, 'कोई मुझे मोदीभक्‍त कहेगा, कोई मुझे मोदी-एडमायर कहेगा, लेकिन मैं तो देशभक्‍त हूं और जो मेरे देश को आगे बढ़ाएगा, मैं उसका भक्‍त हूं.'

Source: NDTV Profit

देश के प्रमुख इन्‍वेस्‍टमेंट बैंकर और एनाम होल्डिंग्स (Enam Holdings) के फाउंडर और चेयरमैन वल्‍लभ भंशाली ने NDTV Profit हिंदी की नियति बोहरा के साथ स्‍पेशल इंटरव्‍यू में राष्‍ट्र निर्माण की नीतियों से लेकर सरकार के काम-काज तक कई मुद्दों पर बात की.

उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस दौर का चाणक्‍य और चंद्रगुप्‍त, दोनों बताया. कहा कि उनके नेतृत्‍व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है.

'लोग मुझे मोदीभक्‍त कहेंगे पर मैं तो देशभक्‍त हूं'

वल्‍लभ भंशाली ने कहा, 'कोई मुझे मोदीभक्‍त कहेगा, कोई मुझे मोदी-एडमायर कहेगा, लेकिन मैं तो देशभक्‍त हूं और जो मेरे देश को आगे बढ़ाएगा, मैं उसका भक्‍त हूं.'

करीब 2500 वर्षों का इतिहास जो मैंने देखा, देश के निर्माण का बेहतरीन डिजाइन अगर किसी व्‍यक्ति के पास था तो वे चाणक्य थे. लेकिन तब चाणक्‍य और चंद्रगुप्‍त 2 अलग-अलग व्‍यक्ति थे. इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में चाणक्‍य और चंद्रगुप्‍त दोनों मौजूद हैं.
वल्‍लभ भंशाली

भंशाली ने कहा, 'किसी भी देश की सबसे बड़ी संपत्ति उसके लोग होते हैं. जिस देश के लोग गरीब, लाचार, हताश हों, तो उन्‍हें उठाना काफी मुश्किल काम है. जब संसाधनों की कमी हो तो और भी मुश्किल है. नीतियां पुरानी हों, आपके ऐसे पड़ाेसी हों और जब पश्चिम के देश, हकारत भरी नजरों से देखें तो और भी मुश्किल है.'

उन्‍होंने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी ने थोड़ी बहुत कोशिशें की थी, लेकिन अब जो 10 साल में जो हो रहा है वो एक अलग डिजाइन है. आज देश के लोग समृद्ध हैं, समर्थ हैं.'

'खुद उदाहरण बने मोदी और साबित किया'

भंशाली ने कहा, 'PM मोदी के पास विजन है. उन्‍होंने तय किया कि सबसे पहले वे खुद उदाहरण बनेंगे. गरीब का बच्‍चा कैसे उठता है, कामयाब बनता है. उन्‍होंने दिखाया. चंद्रयान मिशन और वंदे भारत जैसी चीजों से उन्‍होंने साबित किया. उन्‍होंने दिखाया कि कोई देश की ओर ऊंगली तो उठाकर देखे, करारा जवाब मिलेगा. देश के भीतर उन्‍होंने ये विश्‍वास भरा.'

आगे वे बोले, 'PM मोदी ने पिछड़े हुए लोगों को आगे लाने पर ध्यान दिया. 'खेलो इंडिया' में कोई गांव का बच्चा आगे बढ़े तो सबका मनोबल बढ़ता है. जियो पॉलिटिक्‍स में दूसरों की वजह से अपना इंटरेस्‍ट नहीं बदलने की नीति, किसी के भरोसे नहीं रहने की नीति से देश को आगे बढ़ाया.'

उन्‍होंने कहा, 'यूक्रेन या सूडान या कहीं और, भारत का कोई वासी कहीं फंसा हुआ है तो उन्‍हें स्‍पेशल मिशन के जरिये वापस लाकर दिखाया. ऐसे में जब हर भारतीय का मोल होने लगता है तो भारत का मोल होने लगता है. ये सार्वभौमिकता जरूरी थी, जो उन्‍होंने कर दिखाया.'

'चुनाव की चिंता किए बिना लिए बड़े फैसले'

भंशाली ने कहा, 'एक कुचक्र था. जैसे आपके पास संपत्ति नहीं होगी तो आप इन्‍वेस्‍ट कैसे करेंगे, कैसे आगे बढ़ेंगे. PM मोदी ने ये नहीं सोचा कि GST लाऊंगा तो चुनाव हार जाऊंगा. उन्‍होंने सोचा कि GST लागू किए बिना रेवेन्‍यू लाऊंगा नहीं तो देश कैसे आगे बढ़ेगा. GST पर तमाम विरोध के बावजूद PM मोदी ने इसे लागू कराया. ये साहस ग्रोथ के डिजाइन से आता है.'

'प्रधानमंत्री ने मजबूत की सबकी बैलेंसशीट'

भंशाली ने कहा, 'PM मोदी ने आम लोगों, बैंकों, कंपनियों की बैलेंसशीट को बेहतर किया. भारत आज एक ऐसा देश है, जहां सबकी बैलेंसशीट स्‍टेबल है. बैंको के NPA की समस्‍या उन्‍होंने दूर की. लोगों की बैलेंसशीट ठीक करने के लिए 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न दिया.'

उन्‍होंने कहा, 'शौचालय की सबसे बड़ी समस्‍या थी, उस दर्द को महसूस करते हुए दूर किया. उन्‍होंने पद्मश्री का पूरा खेल ही बदल दिया. आज कोई भी विशेष व्‍यक्ति पद्मश्री हो सकता है. उन्‍होंने ट्रांसपेरेंसी लाई. PM मोदी ने कम से कम 50 तरीकों से नागरिकों का आत्मसम्मान बढ़ाया.'

मीलों हम आ चुके, मीलों जाना बाकी है

उन्‍होंने कहा कि बुनियादी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अभी भी लंबी लड़ाई है. प्रोडक्टिविटी पर ध्‍यान देना होगा. हमें ये ध्यान रखना होगा कि हम सर्विस इकोनॉमी बनकर न रह जाएं. भारत में काफी क्षमता है और हमें 30 ट्रिलियन डॉलर नहीं बल्कि 50 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनना है.

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लेखक Niyati Bohra