भारत में अभी पैठ हल्की है पर भविष्य के प्रति उम्मीद कायम : ऐपल सीईओ टिम कुक

ऐपल (Apple) के सीईओ टिम कुक ने स्वीकार किया कि भारत में एपल की पैठ फिलहाल कमजोर है और यही वजह है कि वह स्थानीय स्तर पर कंपनी की मौजूदगी बढ़ा रहे हैं और उसमें मजबूती ला रहे हैं.

भारत में अभी पैठ हल्की है पर भविष्य के प्रति उम्मीद कायम : ऐपल सीईओ टिम कुक (फाइल फोटो)

ऐपल (Apple) के सीईओ टिम कुक ने स्वीकार किया कि भारत में एपल की पैठ फिलहाल कमजोर है और यही वजह है कि वह स्थानीय स्तर पर कंपनी की मौजूदगी बढ़ा रहे हैं और उसमें मजबूती ला रहे हैं.

उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत में 4जी नेटवर्क में सुधार आने और तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था में कंपनी का भविष्य बेहतर रहेगा.  कुक ने कंपनी के दूसरी तिमाही के परिणाम जारी होने के मौके पर कहा, ‘‘हमने भारतीय बाजार में मार्च तिमाही का नया रिकॉर्ड हासिल किया, भारत में राजस्व वृद्धि दहाई अंक में मजबूत रही. हम देशभर में स्थानीय स्तर पर अपनी मौजूदगी को मजबूत कर रहे हैं और हम इस अहम देश में जहां बड़ी संख्या में युवा आबादी है जो कि प्रोद्योगिकी का बेहतर इस्तेमाल करना जानती है, वहां अपने भविष्य को लेकर काफी आशावान हैं.’’

कुक से पूछा गया था कि उनकी कैलिफोर्निया स्थित कंपनी की भारत में पैठ कमजोर है और क्या कंपनी भारत में व्याप्त बेहतर अवसरों को देखते हुए वहां ऐपल के स्टोर खोलने और उत्पादन सुविधायें खड़ी करने के लिये भारत सरकार के साथ काम करेगी? उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि यह बड़ा अवसर है, और यही वजह है कि हम वह सब सुविधायें जुटा रहे हैं जो कि हमने दूसरे बाजारों में जुटाई हैं जहां आखिर में हमने बेहतर किया. इस मायने में विभिन्न आपूर्ति श्रंखलाओं से लेकर अपने स्टोर खोलने तथा तमाम सुविधाओं को जुटाया जायेगा.’’

इस बीच ऐपल ने सॉन फ्रांसिस्को में अपने तिमाही परिणाम जारी करते हुये कहा कि मार्च में समाप्त तिमाही के दौरान उसका मुनाफा 4.9 प्रतिशत बढ़कर 11 अरब डॉलर से कुछ अधिक रहा जबकि राजस्व 4.6 प्रतिशत बढ़कर 52.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया. कैलिफोर्निया स्थित इस कंपनी के शेयर का मूल्य करीब दो प्रतिशत घटकर 144.79 डालर रह गया. टिम कुक ने इस अवसर पर कहा, ‘‘हमें मार्च तिमाही के मजबूत परिणाम जारी करते हुये गर्व हो रहा है. दिसंबर तिमाही के मुकाबले राजस्व वृद्धि बढ़ी है और आईफोन-सात-प्लस के लिये मांग अच्छी बनी रही.’’

लेखक Bhasha
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