XUV 3XO के साथ कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में छिड़ा प्राइस वॉर, महिंद्रा के निशाने पर ब्रेजा और नेक्सॉन का बाजार

XUV 3XO की सीधी टक्कर टाटा पंच और ह्युंदई एक्सटर से है. लेकिन ये 10 से 15 लाख रुपये की रेंज वाली दूसरी सब कॉम्पैक्ट SUV, जैसे ब्रेजा, नेक्सॉन, वेन्यू और सोनेट को भी टक्कर देने की स्थिति में है.

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महिंद्रा & महिंद्रा ने XUV 3XO के लॉन्च के साथ सब कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में प्राइस वॉर छेड़ दी है. दरअसल ये सेगमेंट महिंद्रा की रीच से अब तक काफी बाहर रहा है. बीते साल XUV 300 बीते साल पांचवी सबसे ज्यादा बिकने वाली सब कॉम्पैक्ट SUV थी.

इस सेगमेंट की अहमियत ऐसे समझिए कि SUV के पूरे भारतीय बाजार में सब कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट की हिस्सेदारी करीब 50% है. सब कॉम्पैक्ट SUV ऐसी स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल को कहते हैं जिनकी लंबाई 4 मीटर से कम हो.
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M&M ऑटोमोटिव डिवीजन के CEO राजेश जेजुरिकर कहते हैं, 'ये ऐसा सेगमेंट है, जिसमें हम लीडर नहीं हैं. अब हम टॉप पर या टॉप-3 में पहुंचना चाहते हैं.'

सब कॉम्पैक्ट SUVs से भी टक्कर

XUV 3XO की सीधी टक्कर टाटा पंच और ह्युंदई एक्सटर से है. लेकिन ये 10 से 15 लाख रुपये की रेंज वाली दूसरी सब कॉम्पैक्ट SUV, जैसे मारुति सुजुकी ब्रेजा, टाटा नेक्सॉन, ह्युंदई वेन्यू और किया सोनेट जैसी टॉप गाड़ियों को भी टक्कर देने की स्थिति में है.

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जबरदस्त फीचर्स के साथ बाजार में एंट्री

XUV 3XO में तीन इंजन वेरिएंट हैं. पेट्रोल, टर्बो पेट्रोल और टर्बो डीजल इंजन. जेजुरिकर कहते हैं, 'महिंद्रा की गाड़ियों की कुल बिक्री में डीजल गाड़ियों का सेगमेंट 65-70% बरकरार है. इसकी मांग में कोई कमी नहीं है.'

XUV 3XO में जबरदस्त फीचर्स हैं. बेस मॉडल की कीमत 7.49 लाख रुपये (एक्स शोरूम) है, जिसमें 6 एयरबैग, चार डिस्क ब्रेक्स और 17 इंच व्हील स्टैंडर्ड मिल रहे हैं. मतलब ये ब्रेजा और नेक्सॉन के बेस मॉडल्स से 60,000 रुपये कम है.
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वहीं मिड वेरिएंट में शानदार इंफोटेनमेंट सिस्टम, इलेक्ट्रिक सनरूफ और ADAS मैकेनिज्म मौजूद है. 10.69 लाख रुपये के एक्स शोरूम प्राइस के साथ ये अपने प्रतिद्वंदी मॉडल्स से एक लाख रुपये सस्ती है.

इसके अलावा XUV 3XO ने अपने ऑटोमैटिक वेरिएंट को 10 लाख रुपये (दिल्ली, एक्स शोरूम) के बजट में रखकर बड़ी लाइन खींच दी है.

जेजुरिकर ने आगे कहा, 'कैटेगरी डिसरप्शन में प्राइसिंग एक अहम फैक्टर है. 10 लाख रुपये के बजट में ऑटोमैटिक एक पोटेंशियल डिसरप्टर साबित हो सकती है.'

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