मारुति ने हासिल किया नया मुकाम, एक साल में बनाईं 20 लाख कारें

कंपनी के चेयरमैन का कहना है कि दुनिया की तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोटिव मार्केट यानी भारत के लिए नई चीज है.

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मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki) ने पहली बार एक कैलेंडर वर्ष में 20 लाख कारों की मैन्युफैक्चरिंग की है. कंपनी के चेयरमैन का कहना है कि ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री (Automobile Industry) भारत के लिए नई चीज है. कंपनी ने मंगलवार को एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि वो सुजुकी मोटर कॉर्प के ग्लोबल पार्टनर्स के बीच पहली है जिसने प्रोडक्शन में इस कीर्तिमान को हासिल किया है.

अर्टिगा मल्टी-पर्पस व्हीकल 20 लाखवीं यूनिट थी जो हरियाणा के मानेसर में स्थित कंपनी के प्रोडक्शन लाइन से बाहर निकली.

कंपनी ने कहा- मेक इन इंडिया की ओर प्रतिबद्ध

मारुति सुजुकी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जीक्यूटिव Hisashi Takeuchi ने फाइलिंग में कहा कि 20 लाख प्रोडक्शन का कीर्तिमान भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता और मेक इन इंडिया की ओर प्रतिबद्धता को दिखाता है.

उन्होंने कहा, 'ये हमारे सप्लायर और डीलर पार्टनर्स के साथ मिलकर आर्थिक ग्रोथ, राष्ट्र निर्माण को समर्थन देने और भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की ओर प्रतिबद्धता को दिखाता है.'

सालाना 40 लाख गाड़ियां बनाने का लक्ष्य

आपको बता दें कि मारुति ने इस दशक के आखिर तक सालाना 40 लाख यूनिट्स के उत्पादन का महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा है.

कंपनी के पास मौजूदा समय में तीन मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी हैं. दो हरियाणा (मानेसर और गुरुग्राम) और एक गुजरात (हंसलपुर) में है. इनकी कुल इंस्टॉल्ड प्रोडक्शन कैपेसिटी सालाना 2.35 लाख यूनिट्स है.

कंपनी हरियाणा के खरखौदा में एक चौथी कार यूनिट का निर्माण कर रही है. एक बार इसके पूरी तरह चालू हो जाने के बाद इसकी सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी 10 लाख यूनिट्स की होगी. इसका पहला फेज ढाई लाख यूनिट्स के साथ 2025 में शुरू होगा.

इसके अलावा मारुति सुजुकी पांचवें प्लांट के लिए जमीन की तलाश कर रही है. इसमें भी कुल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता सालाना 10 लाख गाड़ियों की रहेगी.

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लेखक Tushar Deep Singh