सरकार ने एप्पल के प्रोडक्ट्स (Apple Products) में प्राइवेसी से जुड़े सुरक्षा खतरों की पहचान की है. इन खतरों के चलते एप्पल के आईफोन, मैकबुक जैसे प्रोडक्ट्स में प्राइवेसी से समझौता हो सकता है और संवेदनशील जानकारी लीक होने की भी संभावना है.
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) द्वारा शुक्रवार को जारी की गई एक एडवाइजरी में इन खतरों का जिक्र किया है. CERT-In केंद्र की सिक्योरिटी एडवाइजर है.
एडवाइजरी में कहा गया है, 'एप्पल प्रोडक्ट्स में सुरक्षा से जुड़े खतरे सामने आए हैं, जिससे किसी साइबर हमलावर को संवेदनशील जानकारी तक पहुंच मिल सकती है, सिक्योरिटी रिस्ट्रक्शंस को बाइपास किया जा सकता है, सर्विस डिनाइल (DoS) हो सकता है, साथ ही टारगेटेड सिस्टम में स्पूफिंग अटैक हो सकता है.'
एडवाइजरी में मौजूदा खतरों को 'हाई' थ्रेट कैटेगरी में डाला गया है. एजेंसी ने इससे बचने के लिए लोगों को अपने सॉफ्टवेयर अपडेट करने की सलाह दी है. दरअसल ये दिक्कतें पुराने सॉफ्टवेयर वाले डिवाइसेज में होने की संभावनाएं हैं.
ये डिवाइसेज हो सकती हैं प्रभावित
iOS 17.6 और iPadOS 16.7.9 से पहले के वर्जन वाली डिवाइसेज
macOS सोनोमा के 14.6, macOS वेंटुरा के 13.6.8, macOS Monterey के 12.7.6 से पहले के वर्जन वाली डिवाइसेज
watchOS के 10.6, tvOS के 17.6, visionOS के 1.3 और सफारी के 17.6 से पहले के वर्जन वाली डिवाइसेज
अब तक एप्पल की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. इससे पहले CERT ने दिसंबर 2023 में भी ऐसी ही चेतावनी जारी की थी. तब एप्पल के साथ-साथ सैमसंग के प्रोडक्ट्स पर भी वॉर्निंग दी गई थी.