चीन में बढ़ता कोरोना संकट भारत को भी कर रहा परेशान, सप्लाई चेन बाधित होने से कई सेक्टर प्रभावित 

भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग गुड्स और आटोमोटिव कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कंपनियां चीन से होने वाले आयात पर काफी ज्यादा निर्भर हैं. अब चीन में बढ़ते कोरोना संकट का साया भारत में इन तीनों सेक्टरों पर भी गहराता जा रहा है.

कोरोना संकट का असर एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स और केमिकल जैसे सेक्टरों पर भी पड़ेगा. (फाइल)

चीन में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संकट को रोकने के लिए वहां कई शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है. इसकी वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग गुड्स और आटोमोटिव कंपोेनेंट्स सेक्टर से जुड़ी फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन बुरी तरह बाधित हुआ है. भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग गुड्स और आटोमोटिव कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कंपनियां चीन से होने वाले आयात पर काफी ज्यादा निर्भर हैं. अब चीन में बढ़ते कोरोना संकट का साया भारत में इन तीनों सेक्टरों पर भी गहराता जा रहा है. 

विनोद शर्मा की कंपनी कैपेसिटर्स बनाती है जिसमे चीन से आयत किए गए कंपोनेंट्स बेहद क्रिटिकल हैं. विनोद शर्मा ने एनडीटीवी से कहा कि भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में 70 फीसदी कंपोनेंट्स विदेशों से आयत होता है. इसमें से भी आधा सिर्फ चीन से आयात होता है. यानी भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग में करीब 35 फीसदी सामान चीन से आयात पर निर्भर है.  

डेकी इलेक्ट्रॉनिक्स के एमडी विनोद शर्मा ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘2020 के मुकाबले इस बार असर ज्यादा है. चीन में जीरो कोविड पॉलिसी का असर पहले से था. अब चीन में कोरोना के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है और चीनी मैन्युफैक्चरिंग कल्चर से कोरोना और तेज़ी से फैलने का खतरा काफी बढ़ गया है. हमारे इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में सप्लाई चैन बुरी तरह से बाधित हुई है.‘‘ .

दरअसल, चीन में बढ़ते कोरोना संकट का असर एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स और केमिकल जैसे सेक्टरों पर भी पड़ेगा. विनोद शर्मा कहते हैं कि अगर कोरोना संकट चीन में जनवरी के अंत तक जारी रहा तो संकट बड़ा होता जाएगा.  

विनोद शर्मा ने एनडीटीवी से कहा, ‘5 से 15 जनवरी के बीच चाइनीज न्यू ईयर पड़ रहा है. प्रोडक्शन वर्कर फैक्ट्री छोड़कर अपने घर चले जाते हैं. हमारे सप्लायर्स डरे हुए हैं कि जो वर्कर घर जा रहे हैं वो वापस फैक्ट्री वापस लौट पाएंगे या नही.‘‘

लेखक NDTV Profit Desk
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