दिग्गज IT कंपनी विप्रो (Wipro Ltd.) ने बोर्ड में अजीम प्रेमजी और उनके बेटे रिशद प्रेमजी को 5 साल के कार्यकाल के लिए फिर से चुने जाने के लिए शेयरहोल्डर्स से मंजूरी मांगी है. कंपनी ने सोमवार को जारी एक रेगुलेटरी फाइलिंग में ये जानकारी दी है.
विप्रो बोर्ड ने अजीम प्रेमजी को नॉन-एग्जीक्यूटिव, नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में, जबकि रिशद प्रेमजी को एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पद के साथ पूर्णकालिक निदेशक (Whole-Time Director) के रूप में काम करने की अनुमति दे दी है. ये फैसला 19 अप्रैल को लिया गया और उनकी नियुक्तियां 31 जुलाई, 2024 से पांच साल की अवधि के लिए यानी 30 जुलाई, 2029 तक प्रभावी रहेंगी.
18 जुलाई को 78वीं AGM
फाइलिंग में कहा गया है, 'विप्रो लिमिटेड की 78वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) 18 जुलाई, 2024 को होगी. इसमें अजीम प्रेमजी की जगह पर एक डायरेक्टर की नियुक्ति पर विचार किया जाना है, जो रोटेशन से रिटायर हो रहे हैं. अजीम प्रेमजी पूरी योग्यता रखते हैं और इसलिए वे खुद को फिर से नियुक्त किए जाने की पेशकश कर सकते हैं. साथ ही कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक के रूप में रिशद ए प्रेमजी की फिर से नियुक्ति की पेशकश की जा सकती है.'
बोर्ड के प्रस्तावों पर मांगी जाएगी मंजूरी
बोर्ड ने रिशद प्रेमजी के लिए 5 करोड़ रुपये से 12 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के रेमुनरेशन को मंजूरी दी थी, जो पिछले 5 साल के साइकल में स्वीकृत वेतन की तुलना में 11-33% अधिक है.
बोर्ड ने अजीम प्रेमजी के लिए 1 लाख रुपये की सिटिंग फीस, री-इम्बर्समेंट वगैरह के अलावा 1 करोड़ रुपये तक के रेमुनरेशन को मंजूरी दी है. फाइलिंग के अनुसार, विप्रो 18 जुलाई को AGM में बोर्ड के प्रस्तावों पर मंजूरी मांगेगी.