खावड़ा रिन्युएबल एनर्जी पार्क पहुंचे अमेरिकी राजदूत; कहा- 'इनोवेटिव प्रोजेक्ट से बेहद प्रभावित हूं'

अमेरिकी राजदूत ने सवाल-जवाब के दौरान अदाणी ग्रुप के कर्मचारियों के साथ एनर्जी ट्रांजिशन, भारत-अमेरिका संबंध और जियोपॉलिटिक्स पर बेशकीमती विचार व्यक्त किए: गौतम अदाणी

Source: Twitter/adanigreen

अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी (Eric Garcetti) ने अदाणी ग्रुप द्वारा बनाए जा रहे खावड़ा रिन्युएबल पार्क की यात्रा की. उन्होंने कहा वे खावड़ा पार्क की यात्रा से बेहद प्रेरित महसूस कर रहे हैं.

इस यात्रा के बारे में अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने भी जानकारी शेयर की है. उन्होंने कहा कि राजदूत गार्सेटी ने जिस तरह से भारतीय संस्कृति को अपनाया है, वो देखना बेहद शानदार है.

अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'गुजरात के खावड़ा में रिन्युएबल एनर्जी पार्क की यात्रा से बेहद प्रभावित हूं. वहां मैंने अदाणी ग्रीन के इनोवेटिव प्रोजेक्ट के बारे में जाना, जिसके जरिए भारत के शून्य उत्सर्जन के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ा जा रहा है. देश-दुनिया के लिए स्वच्छ और हरित भविष्य को गढ़ने की दिशा में हमारी द्विपक्षीय साझेदारी अहम है.'
गार्सेटी ने खावड़ा रिन्युएबल पार्क के साथ-साथ मुंद्रा पोर्ट की भी यात्रा की है.

चेयरमैन गौतम अदाणी ने X पर लिखा, 'अदाणी ग्रुप के 30GW के खावड़ा रिन्युएबल एनर्जी पार्क और मुंद्रा पोर्ट की यात्रा के लिए अमेरिकी राजदूत का आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने सवाल-जवाब के दौरान अदाणी ग्रुप के कर्मचारियों के साथ एनर्जी ट्रांजिशन, भारत-अमेरिका संबंध और जियोपॉलिटिक्स पर बेशकीमती विचार व्यक्त किए.'

उन्होंने आगे लिखा, 'चाहे कड़क चाय से लेकर होली मनाने तक की बात हो या क्रिकेट खेलने से लेकर हिंदी बोलने या फिर छोले भटूरे खाने तक, उन्होंने जिस तरीके से भारतीय संस्कृति को अपनाया है, ये देखना शानदार है.'

बता दें खावड़ा RE पार्क से हर साल 1.61 करोड़ घरों को बिजली मुहैया कराई जा सकेगी. इससे हर साल लगभग 30GW स्वच्छ बिजली पैदा होगी. इससे हर साल 60,300 टन कोयला बचाया जा सकेगा. साथ ही प्रोजेक्ट से 15,200 से ज्यादा नौकरियों का भी सृजन होगा.

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