केंद्र सरकार घरेलू इंडस्ट्रीज को विदेशी दबाव से बचाने के लिए एक बार फिर तैयारी में जुट गई है. जून-जुलाई में चीन, वियतनाम और थाईलैंड जैसे देशों से आयात बढ़ने की संभावना को देखते हुए समय रहते जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
दरअसल, वाणिज्य मंत्रालय जून-जुलाई के बीच चीन, वियतनाम और थाईलैंड से आयात बढ़ने की आशंका को लेकर एक हाई-लेवल टीम बना रहा है.
टीम में वाणिज्य विभाग, राजस्व विभाग और DPIIT के अधिकारी होंगे. इनका काम होगा ये समझना कि किन वस्तुओं का आयात बढ़ सकता है, और इसका घरेलू उद्योग पर क्या असर पड़ेगा.
इलेक्ट्रॉनिक्स और कंज्यूमर गुड्स पर फोकस
NDTV Profit को मिली जानकारी के मुताबिक, कंज्यूमर गुड्स और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सामानों का आयात ज्यादा बढ़ सकता है. इन देशों में हाल ही में टैरिफ बढ़े हैं, जिससे स्टॉक का रुख भारत की ओर हो सकता है.
सरकार जून-जुलाई को इसलिए समीक्षा अवधि मान रही है, क्योंकि इन देशों में नए शुल्क पूरी तरह लागू होने में वक्त लगेगा और मई के बाद बचा हुआ स्टॉक भारत भेजा जा सकता है.
भारत पहले से ही चीन से आने वाले कुछ सामानों पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगा चुका है, जिसका मकसद घरेलू उद्योग को सस्ते और घटिया आयात से बचाना है. अब जब फिर से आयात बढ़ने की आशंका है, तो सरकार एक बार फिर सतर्क हो गई है.