अगर आप अपने साथ 15 किलो से अधिक सामान ले जा रहे हैं तो अगले सप्ताह से विमान में यात्रा करना महंगा पड़ेगा। प्रमुख विमानन कंपनियों ने 15 किलो से अधिक सामान होने पर प्रत्येक अतिरिक्त किलो के लिए 250 रुपया तक शुल्क लगाने का निर्णय किया है। साथ ही अगर आप पसंदीदा सीट चाहते हैं तो इसके लिए भी आपको ज्यादा भुगतान करना होगा।
एयर इंडिया के बाद जेट एयरवेज ने सभी घरेलू उड़ानों में इकोनोमी दर्जे में निशुल्क सामान ले जाने के नियमों में संशोधन करने की घोषणा की। अब जेट एयरवेज के सभी उड़ानों में (जेट कनेक्ट शामिल) 15 किलो से अधिक प्रत्येक अतिरिक्त सामान पर यात्रियों से 250 रुपये शुल्क लिए जाएंगे। पहले यह सीमा 20 किलो थी। जेट एयरवेज के बयान के अनुसार संशोधित नियम 15 मई से प्रभावी होगें।
हालांकि, जेटप्रिविलेज के सदस्यों को उनकी सदस्यता स्थिति के मुताबिक मुफ्त में अतिरिक्त सामान ले जाने का लाभ मिलना जारी रहेगा, जबकि विशिष्ट यात्री जेट एयरवेज और जेट कनेक्ट की उड़ानों पर बिना किसी शुल्क के 30 किलो सामान ले जा सकेंगे। विमानन कंपनी ने केबिन बैगेज के लिए सात किलो की सीमा को बरकरार रखा है।
सरकार ने हाल ही में विमानों में और जमीन पर दी जाने वाली सेवाओं को खुला किया है। इसमें पसंद की सीट, भोजन, स्नैक या ड्रिंक (पेय जल को छोड़कर) तथा खेल एवं संगीत के साजोसामान के लिए विमानन कंपनियों को शुल्क वसूलने की अनुमति दे दी। उसके बाद विमानन कंपनियों ने यह निर्णय किया है। वैश्विक स्तर पर कई एयरलाइंस ने इस तरह की सेवाओं को अलग-अलग किया है जिससे उनका राजस्व बढ़ा है।
पिछले सप्ताह ही एयरइंडिया ने 19 मई से घरेलू उड़ानों के लिए नि:शुल्क सामान की सीमा 20 किलो से घटाकर 15 किलो करने को मंजूरी दी है।
सार्वजनिक क्षेत्र की विमान कंपनी ने सोमवार को अतिरिक्त वजन के लिए करीब 200 से 250 रुपये प्रति किलो वसूलने का निर्णय किया है। इस बीच, सस्ती दर पर विमान सेवा देने वाली इंडिगो ने अपने ग्राहकों से पहले से बुकिंग में पसंदीदा सीट मांगने पर शुल्क लेने का निर्णय किया है।