नटराजन चंद्रशेखरन : बस नाम ही काफी है! किसान परिवार में पैदा हुए, कारोबार जगत में लोहा मनवाया- 5 खास बातें

नटराजन चंद्रशेखरन. यह नाम कारोबार जगत में अपनी काबिलियत, नेतृत्व क्षमता और परिणाम देने वाले शख्स के तौर पर जाना जाता है. वैसे तो इस नाम को परिचय की दरकार नहीं है लेकिन मौजूं है कि उद्योग की दुनिया से बिलांद भर दूरी पर सक्रिय समाज को उनसे थोड़ा और परीचित करवाया जाए.

नटराजन चंद्रशेखरन : किसान परिवार में पैदा हुए, कारोबार जगत में लोहा मनवाया- 5 खास बातें

नटराजन चंद्रशेखरन. यह नाम कारोबार जगत में अपनी काबिलियत, नेतृत्व क्षमता और परिणाम देने वाले शख्स के तौर पर जाना जाता है. वैसे तो इस नाम को परिचय की दरकार नहीं है लेकिन मौजूं है कि उद्योग की दुनिया से बिलांद भर दूरी पर सक्रिय समाज को उनसे थोड़ा और परीचित करवाया जाए. दरअसल चंद्रशेखरन के बारे में आज आपको कुछ खास बातें बताने की वजह यह है कि उन्हें गुरुवार (12 जनवरी) को टाटा सन्स का नया चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है. वह 21 फरवरी को पदभार संभालेंगे. साइरस मिस्त्री को अक्टूबर में इस पद से हटाने के बाद से अंतरिम चेयरपर्सन के तौर पर खुद रतन टाटा थे.

आइए एन. चंद्रशेखरन के बारे में जानें 5 खास दिलचस्प, महत्वपूर्ण और प्रेरक बातें...

- टाटा संस में 149 साल बाद पहली बार है कि गैर-पारसी चेयरपर्सन चुना गया है. वह तमिलनाडु के मोहनूर में सामान्य किसान परिवार में साल 1963 में पैदा हुए थे. उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी त्रिची से कंप्यूटर ऐप्लिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल की.

- कारोबार जगत में चंद्रा के नाम से मशहूर नटराजन चंद्रशेखरन रतन टाटा के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में शामिल हैं. ऐसे समय में जब अन्य सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियां मुश्किलों का सामना कर रही हैं, टीसीएस ने मुनाफा दर्ज किया है. टीसीएस का शुद्ध लाभ मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी-तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2016-17) में 10.9 प्रतिशत बढ़कर 6,778 करोड़ रुपये हो गया.

-इन्हीं के नेतृत्व में टीसीएस ने विदेशों में कारोबार का जबरदस्त विस्तार किया. भारतीय सॉफ्टेवेयर डेवेलपर्स कंपनियों में टीसीएस पहली कंपनी बनकर उभरी जिसने सालाना रेवन्यू में 10 अरब डॉलर का का आंकड़ा पार किया. चंद्रशेखरन के नेतृत्व में से पूर्व टीसीएस की आमदनी 2010 में 30,000 करोड़ रुपये थी.

- टाटा समूह के साथ चंद्रशेखरन का साथ 30 साल पुराना है. वह 1987 में टाटा में बतौर कर्मी जुड़े थे. तब से लेकर अब तक वह इसी से जुड़े रहे. वह टाटा की एक प्रमुख कंपनी TCS (टाटा कंसल्टेंसी सर्विस) के CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं. पिछले साल अक्टूबर में उन्हें टाटा संस के बोर्ड में डायरेक्टर बने थे.

- चंद्रशेखरन ने पारंपरिक तौर तरीकों से हटकर नए प्रयोग भी किए जो काफी सफल रहे. एक वेबसाइट के मुताबिक, उनकी कार्यशैली इतनी ज्यादा पंसद की गई थी कि लोग कभी-कभी मज़ाक में कहा करते थे कि TCS का मतलब है 'टेक चंद्रा सीरियसली'.

(विभिन्न एजेंसियों से इनपुट)

लेखक NDTV Profit Desk
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