फिर सरकार भरोसे Air India, इक्विटी निवेश योजना बहाल करने की मांग

उल्लेखनीय है कि कर्ज में दबी इस एयरलाइन के लिए अप्रैल 2012 में उस समय की संप्रग सरकार द्वारा घोषित सहायता पैकेज के तहत कंपनी को पहले ही 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है.

फाइल फोटो

विनिवेश की प्रक्रिया में कोई निवेशक न मिलने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह उसमें नयी शेयर पूंजी निवेश की योजना को ‘ फिर बहाल करे.’ उल्लेखनीय है कि कर्ज में दबी इस एयरलाइन के लिए अप्रैल 2012 में उस समय की संप्रग सरकार द्वारा घोषित सहायता पैकेज के तहत कंपनी को पहले ही 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ हम चाहते हैं कि इक्विटी निवेश की योजना बहाल की जाए और पिछले हफ्ते हमने इस संबंध में सरकार को पत्र भी लिखा है.’’ 

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हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया कि उसे कितनी पूंजी की आवश्यकता है. उल्लेखनीय है कि संप्रग सरकार ने कंपनी को 2021 तक कुल 30,231 करोड़ रुपये के इक्विटी निवेश की घोषणा की थी. इसी बीच लंदन से प्राप्त समाचार के अनुसार, एयर इंडिया की भारत और ब्रिटेन के बीच हवाई यात्रा सेवा को 70 साल पूरे हो चुके हैं. कंपनी ने ब्रिटेन के लिए मुंबई से लंदन के बीच पहली उड़ान जून 1948 में भरी थी. इस यात्रा सेवा ने भारत-ब्रिटेन संबंधों की नींव रखने का काम किया. 

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इस अवसर पर कंपनी ने ब्रिटेन में भारतीय समुदाय के लोगों को उनसे उनके शुरुआती अनुभव साझा करने के लिए निमंत्रण भेजा है. गौरतलब है कि मुंबई से यह पहली उड़ान आठ जून को सुपर कॉन्स्टेलेशन विमान से भरी गई थी. काहिरा और जिनीवा होते हुए यह उड़ान 10 जून 1948 को लंदन पहुंची. इस उड़ान में कुल 42 यात्री थे जिनमें कुछ नवाब और महाराजा भी शामिल थे.

लेखक Bhasha