कोहरे और अन्य वजहों से लगातार फ्लाइट्स में हो रही देरी और पैसेंजर्स की बढ़ती शिकायतों के बीच DGCA की ताजा रिपोर्ट बताती है कि साल 2023 में देश के भीतर हवाई यात्राएं करने वाले यात्रियों की संख्या 23.36% बढ़ी है. जनवरी-दिसंबर 2022 में ये आंकड़ा 12.32 करोड़ था, जो कि जनवरी-दिसंबर 2023 में 15.20 करोड़ हो गया है.
वहीं, केवल दिसंबर का आंकड़ा देखें तो घरेलू एयर पैसेंजर्स की संख्या पिछले साल (Dec 2022) के 1.27 करोड़ से बढ़ कर 1.37 करोड़ हो गई है. यानी मासिक आधार पर इसमें 8.34% बढ़ोतरी हुई है.
61.8% मार्केट शेयर वाली इंडिगो का दबदबा
DGCA की ओर से जारी एयर ट्रैफिक डेटा (Air Traffic Data) के मुताबिक, डोमेस्टिक एविएशन मार्केट में सबसे ज्यादा फ्लीट वाले इंडिगो (Indigo) का दबदबा जारी है. दिसंबर में इंडिगो से 85.26 लाख पैसेंजर्स ने यात्राएं की. इसका मार्केट शेयर 61.8% है, जो नवंबर के बराबर ही है.
टाटा ग्रुप और अन्य एयरलाइन का हाल
घरेलू मार्केट में 11.2% शेयर के साथ टाटा ग्रुप की एयर इंडिया (Air India) दूसरे नंबर पर है. 15.44 लाख यात्रियों ने एयर इंडिया के विमानों से यात्राएं की.
टाटा ग्रुप के ही संचालन वाली विस्तारा एयरलाइन से 13.18 लाख यात्रियों ने हवाई सफर किया. इसके बाद AIX कनेक्ट (8.52 लाख), स्पाइसजेट (7.72 लाख) और अकासा एयरलाइन (6.04 लाख) का नंबर आता है.
पैसेंजर्स की शिकायतें भी बढ़ीं
बढ़ते एयर ट्रैफिक के बीच हवाई यात्रियों की शिकायतें भी खूब बढ़ी हैं. दिसंबर में कुल 712 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. इनमें 705 शिकायतों का निपटारा हो गया, जबकि 7 शिकायतें पेंडिंग रह गईं.
शिकायतों के मामले में सबसे बुरा प्रदर्शन स्पाइसजेट का है, जिसके खिलाफ सबसे ज्यादा 422 एयर पैसेंजर्स ने शिकायतें दर्ज कराई हैं.
दिसंबर में एयर इंडिया की सर्विस से असंतुष्ट 68 यात्रियों ने, जबकि इंडिगो के खिलाफ 65 यात्रियों ने शिकायतें दर्ज कराई हैं. अलायंस एयर के खिलाफ भी 60 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं.
किस बात से कितने परेशान हैं यात्री?
हवाई यात्रियों को सबसे ज्यादा दिक्कत फ्लाइट्स से जुड़ी हैं. इनमें फ्लाइट की लेटलतीफी और कैंसिलेशन जैसी वजहे शामिल हैं. 61.8% यात्री इस वजह से परेशान हैं. दिसंबर में 12.9% यात्रियों ने रिफंड को लेकर शिकायतें दर्ज कराई हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, 11.9% पैसेंजर्स ने बैगेज से जुड़ी तो वहीं 5.5% पैसेंजर्स ने कस्टमर सर्विस से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराई हैं. 3.4% यात्री एयरलाइन स्टाफ्स के व्यवहार से भी परेशान रहे.