'ट्रिलियन डॉलर'... वैल्यूएशन का वो पैमाना, जो न केवल आश्चर्य पैदा करता है, बल्कि रोमांच से भी भर देता है. 1 ट्रिलियन डॉलर यानी 1 लाख करोड़ डॉलर. हम और आप जब ये खबर पढ़ते या देखते हैं कि भारत 2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा तो ये हमारे लिए गर्व का विषय होता है.
किसी कंपनी की वैल्यूएशन के संदर्भ में ये आंकड़ा और भी ज्यादा रोमांचित करता है. जैसे कि मौजूदा समय में माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, एनवीडिया, अल्फाबेट, अमेजॉन और मेटा जैसी कंपनियां 'ट्रिलियन डॉलर क्लब' में शामिल हैं.
हालांकि 'ट्रिलियन डॉलर क्लब पर्सनैलिटी' की बात करें तो ये क्लब बनने में ही अभी कुछ वर्ष लगेंगे. हाल ही में आई 'इनफॉर्मा कनेक्ट एकेडमी' की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2027 तक दुनिया को पहला ट्रिलियनेयर यानी खरबपति मिल सकता है. और इसके एक साल बाद यानी 2028 तक भारत को भी पहला ट्रिलियनेयर मिल सकता है.
दुनिया के दूसरे ट्रिलियनेयर होंगे गौतम अदाणी
'2024: ट्रिलियन डॉलर क्लब' नाम से आई इस रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के पहले ट्रिलियनेयर होंगे- एलन मस्क (Elon Musk), जो कि टेस्ला (Tesla), स्पेसएक्स (SpaceX) जैसी कंपनियों के साथ-साथ माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X के मालिक हैं. साल 2027 तक उनकी नेटवर्थ 1 ट्रिलियन डॉलर यानी एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकती है. दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति मस्क की नेटवर्थ अभी 237 बिलियन डॉलर है.
देश के दिग्गज उद्योगपति गौतम अदाणी 'ट्रिलियन डॉलर क्लब' में शामिल होने वाले दुनिया के दूसरे व्यक्ति होंगे. वे भारत के पहले ट्रिलियनेयर होंगे. देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने में शामिल अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी की संपत्ति साल 2028 तक 1 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 84 लाख करोड़ रुपये के बराबर होगी.
भारत से गौतम अदाणी के बाद अंबानी ग्रुप के चेयरमैन का नाम भी इस लिस्ट में शामिल होगा. हालांकि उन्हें इस क्लब में शामिल होने में 9 वर्ष लगेंगे. वे साल 2033 में ट्रिलियनेयर बनेंगे.
123% की रफ्तार से बढ़ रही 'अदाणी' की संपत्ति
फिलहाल 99.6 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ गौतम अदाणी ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स में 13वें नंबर पर हैं. बाजार में गिरावट से कुछ ही दिन पहले उनका नाम एशिया के सबसे रईस लोगों की लिस्ट में टॉप पर आया था. मार्केट में उतार-चढ़ाव का असर उनकी संपत्ति पर भी पड़ता है.
इनफॉर्मा कनेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अदाणी की नेटवर्थ सालाना औसतन 123% की रफ्तार से बढ़ रही है. वहीं, एलन मस्क की संपत्ति 109.8% की रफ्तार से बढ़ रही है, जबकि मुकेश अंबानी की संपत्ति करीब 28% की रफ्तार से बढ़ रही है.
'ट्रिलियनेयर क्लब' में और कौन होंगे शामिल?
इनफॉर्मा कनेक्ट एकेडमी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2030 तक 'ट्रिलियन डॉलर क्लब' में कई और रईस शामिल होंगे. साल 2028 तक AI चिप बनाने वाली कंपनी NVIDIA के CEO जेंसन हुआंग और इंडोनेशिया के सबसे बड़े रईस प्राजोगो पेंगेस्तू भी इस क्लब में शामिल हो सकते हैं.
वहीं फ्रांस के कारोबारी रईस बर्नार्ड अरनॉल्ट साल 2030 तक ट्रिलिनेयर बन सकते हैं. फेसबुक की पेरेंट कंपनी META के CEO मार्क जुकरबर्ग भी इसी साल ट्रिलिनेयर क्लब का हिस्सा बन सकते हैं.
7 कंपनी लिस्ट में, जुड़ेंगे कई और नाम
ट्रिलियन डॉलर क्लब में शामिल कंपनियों की बात करें तो इसमें अब तक केवल 7 कंपनियों का नाम आता है. 3.39 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ माइक्रोसॉफ्ट इस लिस्ट में टॉप पर है. इसके बाद एप्पल ($3.32T) और फिर एनवीडिया ($3.05T) का नाम आता है.
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ($2.26T) और अमेजॉन ($2.05T) इस लिस्ट में चौथे और पांचवे नंबर पर है. छठे नंबर पर सऊदी आरामको ($1.81T), जबकि 7वें नंबर पर फेसबुक की मदर कंपनी मेटा ($1.28T) का नाम आता है.
ये कंपनियां हैं कतार में
2025 में यानी अगले साल कई कंपनियां ट्रिलियन डॉलर क्लब में शामिल हो सकती हैं. इसमें सबसे ऊपर नाम है, सेमीकंडक्टर बनाने वाली ताइवान की कंपनी TSMC का. वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने भी हाल में एक ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल किया था, लेकिन फिर फिसल गई. 2025 में कंपनी फिर से इस मुकाम पर पहुंच सकती है. साल 2029 तक 10 कंपनियां इस लिस्ट में शामिल हो सकती हैं.
साल 2030 में 3 और कंपनियों के जुड़ते ही ट्रिलियन डॉलर क्लब में कुल 13 कंपनियां हो जाएंगी, जबकि 2031 तक 4 और कंपनी इसमें शामिल हो सकती हैं. इन 7 कंपनियों में ऑरेकल, नेटफ्लिक्स और वॉलमार्ट जैसे नाम हैं.