अमेरिका में अदाणी ग्रुप की कंपनी और अधिकारियों पर कथित तौर पर लगे आरोपों के बीच पूर्व अटॉर्नी जनरल और वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि गौतम अदाणी, सागर अदाणी पर FCPA का उल्लंघन करने की साजिश के आरोप नही हैं.
मुकुल रोहतगी ने कानूनी दस्तावेजों का अध्ययन करने के बाद मीडिया को बताया, 'DoJ के अभियोग में न्याय में बाधा डालने संबंधित आरोपों में गौतम अदाणी, सागर अदाणी, अदाणी ग्रुप के अधिकारियों का नाम नहीं लिया गया.
मीडिया में मैंने देखा कि अदाणी पर भ्रष्टाचार और न्याय में बाधा के आरोप हैं, इस पर दस्तावेज देखने के बाद मेरी अपनी राय है कि न ही गौतम अदाणी, न ही सागर अदाणी, न अन्य अधिकारी के नाम इन आरोपों में शामिल है.मुकुल रोहतगी
DoJ की चार्जशीट में नाम ही नहीं!
पूर्व अटॉर्नी जनरल ने बताया, 'चार्जशीट में आरोप स्पष्ट होने चाहिए, लेकिन US-DoJ की चार्जशीट में एक भी नाम या विवरण नहीं मिला. आरोपों पर अदाणी समूह की कोई प्रतिक्रिया नहीं देखी गई या उसकी जांच नहीं की गई.'
'आरोपों से मुक्त हैं अधिकारी'
उन्होंने स्पष्ट किया कि DoJ के अभियोग में 5 आरोप हैं, जिनमें गौतम अदाणी, सागर अदाणी या विनीत जैन का कोई उल्लेख नहीं है और उन्हें पहले आरोप 'FCPA का उल्लंघन करने की साजिश' में शामिल नहीं किया है. न ही पांचवें काउंट 'न्याय में बाधा डालने की साजिश' में इन तीन नामों का उल्लेख है.
बता दें कि अभियोग की पहली काउंट, जो भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों को संदर्भित करती है, में केवल रंजीत गुप्ता, सिरिल कैबनेस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और एज्योर पावर और एक कनाडाई संस्थागत निवेशक CDPQ (एज्योर का सबसे बड़ा शेयहोल्डर) के रूपेश अग्रवाल शामिल हैं. बयान में कहा गया है कि इसके तहत DoJ ने किसी भी 'अदाणी' अधिकारी का नाम नहीं लिया है.
AGEL ने एक्सचेंज फाइलिंग में दी जानकारी
इससे पहले बुधवार को अदाणी ग्रीन एनर्जी ने बुधवार को एक्सचेंज फाइलिंग में मामले पर स्पष्टीकरण जारी किया और बताया कि DoJ के अभियोग में FCPA और भ्रष्टाचार के आरोपों में गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन के नाम नहीं हैं. कंपनी ने इस संबंध में पिछले कुछ दिनों में प्रकाशित हुए भ्रमित करने वाले रिपोर्ट्स का भी खंडन करते हुए उन्हें गलत बताया.