महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra Ltd) ने ‘BE 6e’ नाम के राइट्स को लेकर कोर्ट में लड़ाई लड़ने का फैसला लिया है. महिंद्रा के इस फैसले की वजह वो दावा है जिसमें इंडिगो (IndiGo) एयरलाइंस चलाने वाली इंटरग्लोब एविएशन ने ‘6E’ को अपना ट्रेडमार्क बताया है.
फिलहाल महिंद्रा ने अपनी नई इलेक्ट्रिक SUV ‘BE 6e’ का नाम बदलकर ‘BE 6’ कर दिया है.
शनिवार को जारी एक बयान में महिंद्रा ने कहा कि महिंद्रा का नाम ‘BE 6e’ है, न कि केवल ‘6E’. इसलिए ये इंडिगो के ‘6E’ से पूरी तरह अलग है. इसलिए किसी भ्रम की संभावना भी नहीं है. हमारा डिजाइन भी अलग है और हमने जो एप्लीकेशन दिया है वो पूरी तरह से एक अलग इंडस्ट्री सेक्टर और प्रोडक्ट के लिए हैं. इसलिए इसमें भी कोई टकराव संभव नहीं है.
3 दिसंबर 2024 को इंटरग्लोब एविएशन, जो भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को चलाती है, उसने दिल्ली हाई कोर्ट में महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल के खिलाफ ‘6e’ नाम के इस्तेमाल ॉको लेकर मामला दर्ज कराया. मामले की सुनवाई सोमवार, 9 दिसंबर को होनी है.
इंडिगो का दावा है कि ‘6E’ पिछले 18 वर्षों से उसकी पहचान का अभिन्न हिस्सा है. यह एक रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है, जिसे व्यापक वैश्विक मान्यता प्राप्त है.
इंडिगो के बयान में कहा गया है कि 6E मार्क का कोई भी अनाधिकृत उपयोग, चाहे स्वतंत्र रूप से हो या किसी रूप में; हमारे अधिकारों, प्रतिष्ठा और सद्भावना का उल्लंघन है. हम अपने बौद्धिक संपदा (Intellectual Property) और ब्रैंड आइडेंटिटी की सुरक्षा के लिए जो भी जरूरी कदम होंगे, उठाएंगे.
हालांकि, इंडिगो खुद ट्रेडमार्क के विवाद में उलझी हुई है.
दरअसल टाटा मोटर्स ने इंडिगो नाम के उपयोग को लेकर इंटरग्लोब पर आपत्ति जताई थी. वजह ये थी कि टाटा ने 2002 में अपने सेडान कार का नाम ‘इंडिगो’ रखा था. जबकि पहला इंडिगो विमान 2006 में शुरू हुआ था.
महिंद्रा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो बड़ी भारतीय कंपनियां एक अनावश्यक विवाद में उलझ रही हैं, जबकि हमें एक-दूसरे की सफलता को बढ़ावा देना चाहिए. इसलिए हम अपने प्रोडक्ट का नाम ‘BE 6’ रखने का निर्णय ले रहे हैं.
महिंद्रा ने 26 नवंबर को अपनी पहली "इलेक्ट्रिक ओरिजिन" SUV—BE 6e और XEV 9e—को लॉन्च किया था. इसके ठीक एक दिन पहले 25 नवंबर को, ट्रेडमार्क रजिस्ट्रार ने ‘BE 6e’ को रजिस्टर करने के लिए महिंद्रा के एप्लीकेशन को स्वीकार किया था.
आने वाले समय में अगर ये रजिस्टर हो जाता है तो महिंद्रा को ‘BE 6e’ का उपयोग करने का अधिकार मिल जाएगा.