वेटिंग लिस्ट से तंग आ गए हैं? अगर आप अपनी यात्रा को बिना किसी झंझट के प्लान करना चाहते हैं, तो मेक माय ट्रिप (MakeMyTrip) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है. मेक माय ट्रिप यात्रियों को ये पूर्वानुमान लगाने का मौका देती है कि किसी चुनी गई ट्रेन में कब सीटें बिक जाएंगी. ये सर्विस ग्राहकों को अपनी यात्रा की योजना आसान से बनाने में मदद करती है.
ट्रेन टिकट से जुड़ी अनिश्चितताएं यात्रियों की यात्रा में बड़ी समस्या खड़ी करती हैं. कंपनी की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि मेक माय ट्रिप के डेटा से पता चलता है कि लगभग 40% यूजर्स कई सेशंस में अक्सर कई दिनों में ट्रेन टिकट बुक करते हैं. इन यूजर्स में से लगभग 70% वेटिंग लिस्ट वाली टिकटें बुक करते हैं.
डिमांड के पैटर्न साप्ताहिक आधार पर बदलते रहते हैं और इसलिए कन्फर्म बुकिंग की पीरियड में भी अक्सर उतार-चढ़ाव होता रहता है. अप्रैल में अधिकांश हाई-स्पीड ट्रेनें जाने से लगभग 13 दिन पहले ही बिक गई थीं. मई तक बढ़ती डिमांड के कारण वे आमतौर पर जाने से 20 दिन पहले ही बुक हो जाती थीं. यात्रियों के लिए इसका मतलब ये है कि भले ही उन्हें पता हो कि उन्हें कौन सी ट्रेन चाहिए. लेकिन उन्हें अक्सर इस बात का भरोसा नहीं होता कि सीटें कब तक उपलब्ध रहेंगी, जिससे समय पर योजना बनाना मुश्किल हो जाता है.
सोल्ड-आउट अलर्ट' सर्विस
कंपनी ने 'सोल्ड-आउट अलर्ट' सर्विस भी शुरू की है. ताकि ग्राहकों को पता चल सके कि कब टिकटों की बिक्री में तेजी से कमी आनी शुरू हो गई है. मेक माई ट्रिप के को-फाउंडर और ग्रुप CEO राजेश मागो ने कहा कि हम भारतीय रेल यात्रियों की आवश्यकताओं का अनुमान लगाने के अपने मिशन पर केंद्रित हैं. सीट उपलब्धता पूर्वानुमान उस प्रयास का परिणाम है, जो डेटा साइंस पर बेस्ड है. ये लाखों यूजर्स की वास्तविक चुनौती को हल करने के लिए डिजाइन किया गया है.
Ixigo जैसे अन्य ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म में भी 'PNR प्रेडिक्शन' सर्विस है, जो यात्रियों को ये पता लगाने में सहायता करती है कि उनकी वेटिंग वाली टिकटें कंफर्म या RAC होने की कितनी संभावना है.