दिग्गज रिटेल कंपनी डीमार्ट (DMart) के फाउंडर राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) ने IDFC फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया की 2024 के टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स की लिस्ट (Top 200 Self-Made Entrepreneurs of the Millennia 2024) में दोबारा पहला स्थान हासिल किया है.
दमानी के फ्लैगशिप बिजनेस में 44% की शानदार ग्रोथ देखी गई है. इससे कंपनी की वैल्युएशन 3.4 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. जोमैटो (Zomato) के दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) दूसरे और स्विगी (Swiggy) के श्रीहर्ष माजेटी और नंदन रेड्डी तीसरे स्थान पर रहे हैं.
बेंगलुरु से सूची में सबसे ज्यादा नाम
बेंगलुरु में 66 कंपनियों के हेडक्वार्टर मौजूद हैं. इसके बाद मुंबई (36) और गुरुग्राम (31) का नंबर आता है. फाउंडर पर नजर रखें तो बेंगलुरु 98 नामों के साथ सबसे आगे है. इसके बाद मुंबई (73) और दिल्ली (51) आते हैं. कुल मिलाकर ये शहर लिस्ट के 57% हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं.
युवाओं ने भी इस लिस्ट में कमाल कर दिखाया है. जेप्टो के को-फाउंडर्स 22 साल के आदित पलिचा और 21 साल के कैवल्य वोहरा की लिस्ट में कुछ स्थान ऊपर आ गए हैं. कंपनी की वैल्युएशन 259% की ग्रोथ के साथ 41,800 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. वोहरा लिस्ट में सबसे युवा आंत्रप्रेन्योर हैं.
इस बीच दोनों रैंक में 54 पायदान ऊपर चढ़े हैं. अब दोनों टॉप 20 में शामिल हो गए हैं. उनकी सफलता देश के क्विक कॉमर्स सेक्टर को नया आकार देने में 'जेन-जी आंत्रप्रेन्योर्स' के बढ़ते प्रभाव को दिखाती है. भारतीय फाउंडर्स दुनियाभर में अपनी पहचान बना रहे हैं. लिस्ट में शामिल एक तिहाई से ज्यादा कंपनियां अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कामकाज कर रही हैं.
इनमें सबसे आगे ओयो रूम्स के रितेश अग्रवाल हैं, जिनकी कंपनी 80 देशों में फैल चुकी है.
नायका की फाल्गुनी नायर महिलाओं में सबसे आगे
लिस्ट में 19 महिलाएं भी शामिल हैं. नायका की फाल्गुनी नायर महिलाओं में सबसे आगे हैं. वैल्युएशन में 30% बढ़ोतरी के साथ वो टॉप 10 में पहुंच गईं हैं. 36 की उम्र में मामाअर्थ की गजल अलघ सबसे युवा महिला आंत्रप्रेन्योर बन गई हैं. उनकी कंपनी की वैल्युएशन 55% बढ़ी है.