पॉपुलर मैटरेस ब्रैंड स्लीपवेल (Sleepwell) की पेरेंट कंपनी शीला फोम, Kurl-on एंटरप्राइज में 94.66% हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी. ये सौदा 2,150 करोड़ रुपये में होगा. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने ये भी कहा कि वो ऑनलाइन फर्नीचर कंपनी हाउस ऑफ Kieraya (Furlenco) में 300 करोड़ रुपये में 35% हिस्सेदारी खरीदेगी.
17 जुलाई को हुई कंपनी के बोर्ड की बैठक
शीला फोम ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि कंपनी के बोर्ड ने 17 जुलाई 2023 को हुई बैठक में Kurl-on एंटरप्राइज (KEL) और हाउस ऑफ Kieraya के अधिग्रहण को मंजूरी दी है. उसने कहा कि कंपनी 2,150 करोड़ रुपये की इक्विटी वैल्यूएशन पर KEL के 94.66% हिस्से का अधिग्रहण किया है. इसमें नेट वर्किंग कैपिटल, डेट और सरप्लस कैश को एडजस्ट किया जाएगा.
KEL मुख्य तौर पर फोम और coir- बेस्ड कम्फर्ट प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग का काम करती है. ये सिट एंड स्लीप कैटेगरी जैसे मैटरेसेस, फर्नीचर कुशन, पिलो और कवरिंग कैटेगरी में प्रोडक्ट्स बनाती है.
1962 में बनी थी कंपनी
कंपनी की स्थापना साल 1962 में कर्नाटक कॉयर प्रोडक्ट्स के तौर पर की गई थी. फाइलिंग में आगे कहा गया है कि कंपनी दक्षिण भारत में आधारित पाई बिजनेस ग्रुप का हिस्सा है और मौजूदा समय में ज्योति प्रधान इसकी अगुवाई कर रही हैं.
कंपनी का नाम, 1995 में Kurl-on लिमिटेड रखा गया. Kurl-on लिमिटेड ने साल 2011 में KEL की स्थापना सब्सिडियरी के तौर पर की. इसके बाद, कारोबार को 2014 में KEL को ट्रांसफर किया गया था.