SBI के यस बैंक में हिस्सा बिक्री के प्लान में थोड़ी और देरी हो सकती है. बैंकिंग रेगुलेटर RBI इस पक्ष में नहीं है कि यस बैंक में मेजॉरिटी हिस्सा बिके. NDTV Profit को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक RBI ने अभी तक इस डील के लिए 'fit and proper' अप्रूवल नहीं दिया है.
मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने NDTV Profit को बताया कि RBI इस पक्ष में नहीं है कि कोई विदेशी खरीदार, यस बैंक में 51% या उससे ज्यादा हिस्सा खरीदे.
फिलहाल RBI की तरफ से इस आपत्ति के बाद यस बैंक और इसके लिए मौजूद खरीदारों के बीच की बातचीत भी रुक गई है. आपको बता दें कि SBI के पास यस बैंक में 23.99% हिस्सा है.
मामले की जानकारी रखने वाले इस व्यक्ति ने ये भी बताया कि SBI के बोर्ड ने अभी तक यस बैंक में हिस्सा बिक्री के प्रस्ताव को बोर्ड मीटिंग में डिस्कस नहीं किया है और इस मामले पर चर्चा होनी अभी बाकी है. हालांकि NDTV Profit ने पहले ही इस बात की जानकारी दी थी कि देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक यानी SBI, यस बैंक में अपना हिस्सा बेचना चाहता है.
SBI ने कब खरीदा यस बैंक में हिस्सा?
मार्च 2020 में SBI समेत कुछ और बैंकों ने यस बैंक को डूबने से बचाने के लिए बड़ा हिस्सा खरीदा था. ये कदम इसलिए उठाया गया था ताकि वित्तीय तौर पर कमजोर हो चुके यस बैंक में फ्रेश इक्विटी और पूंजी डाली जाए. हालांकि अगर यस बैंक में अब हिस्सा बिक्री होती है तो इन सभी लेंडर्स को एग्जिट करने का मौका मिल जाएगा.