मुंबई में सस्ती बिजली की चाहत! 'अदाणी इलेक्ट्रिसिटी' में स्विच करेंगे 'टाटा पावर' के 3,000 कंज्यूमर्स!

अदाणी इलेक्ट्रिसिटी को 3,000 आवेदकों से करीब 350 मिलियन यूनिट बिजली के लिए माइग्रेशन रिक्वेस्ट मिले हैं.

Source: Company Website

मुंबई में ​हजारों 'बिजली कंज्यूमर्स' टाटा पावर छोड़ अदाणी इलेक्ट्रिसिटी में स्विच करने वाले हैं. मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार, पावर सप्लायर 'अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड' को पिछले दो महीनों में उसके प्रतिद्वंद्वी 'टाटा पावर' के 3,000 कंज्यूमर्स से माइग्रेशन रिक्वेस्ट हासिल हुए हैं.

अदाणी इलेक्ट्रिसिटी को 3,000 आवेदकों से करीब 350 मिलियन यूनिट बिजली के लिए माइग्रेशन रिक्वेस्ट मिले हैं. एप्लिकेशन करने वालों में कमर्शियल, इंडस्ट्रियल के साथ घरेलू बिजली उपभोक्ता भी शामिल हैं.

कंज्यूमर्स को मिलेगी सस्ती बिजली!

दरअसल, राज्य नियामक के मल्टी-ईयर टैरिफ ऑर्डर ने अदाणी ग्रुप की कंपनी के लिए दरें कम कर दी है. साफ है कि सर्विस स्विच करने वाले कंज्यूमर्स को टाटा पावर की तुलना में सस्ती दरों पर बिजली मिलेगी.

'अदाणी इलेक्ट्रिसिटी' ने अपनी वेबसाइट (https://www.adanielectricity.com/switch-to-adani-electricity) पर जो डेटा दिया है, उसके अनुसार, टाटा की तुलना में उसकी बिजली ​सस्ती है. अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने ग्राहकों का ध्यान खींचने के लिए अपनी पंचलाइन रखी है-'कंपटीटिव भी, सस्टेनेबल भी'.

दोनों के टैरिफ पर एक नजर

Source: adanielectricity.com

क्यों सस्ती है अदाणी की बिजली?

FY24 और FY25 के लिए टैरिफ ऑर्डर में, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी, मुंबई में सबसे कम टैरिफ के साथ उभरा है जबकि टाटा पावर के टैरिफ हाई हैं. अदाणी ग्रुप की ये कंपनी, मुंबई के लिए अपनी 2,000 मेगावाट की कुल आवश्यकता का लगभग 30% अक्षय ऊर्जा से प्राप्त करती है, जिससे इसकी लागत में कमी आती है.

टाटा पावर की तुलना में पूरे महाराष्ट्र में अदाणी इलेक्ट्रिसिटी की टैरिफ बढ़ोतरी सबसे कम है, जो कि नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने और बिजली परचेजिंग कॉस्ट को नियंत्रित करने की दिशा में अदाणी ग्रुप के प्रयासों का नतीजा है. यही वजह है कि उच्च श्रेणी के कंज्यूमर्स 'अदाणी इलेक्ट्रिसिटी' की ओर रुख कर रहे हैं.

टाटा पावर का क्या कहना है?

पावर कंज्यूमर्स के माइग्रेशन को लेकर BQ Prime के सवालों पर टाटा पावर के मुंबई डिस्ट्रीब्यूशन हेड, नीलेश केन ने इसे 'स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटर के टैरिफ ऑर्डर' के बाद का रिएक्शन बताया. उन्होंने कहा, 'टाटा पावर ने अपने कमर्शियल और इंडिस्ट्रियल कंज्यूमर्स से जुलाई तक रुकने का अनुरोध किया है. जुलाई में बिजली के अपीलीय ट्रिब्यूनल, टाटा पावर की टैरिफ पर रोक लगाने की याचिका पर अपना आदेश दे सकता है.

केन ने कहा, 'ट्रिब्यूनल ने सुनवाई पूरी कर ली है और आदेश सुरक्षित रख लिया है. गर्मी की छुट्टी के बाद जुलाई में आदेश जारी होने की उम्मीद है.'

कब तक स्विच करेंगे कंज्यूमर्स?

मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार, नए कंज्यूमर्स का माइग्रेशन अक्टूबर तक होने की संभावना है. कारण कि मॉनसून के दौरान नए बिजली केबल बिछाए जाने की संभावना नहीं है. केबल बिछाए जाने के बाद नए कंज्यूमर्स तक ​​अदाणी ग्रुप की बिजली पहुंचने की उम्मीद है.

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