Electricity Derivatives: शुक्रवार को एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MCX) को SEBI से इलेक्ट्रिसिटी डेरिवेटिव्स लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है.
MCX ने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी डेरिवेटिव्स कॉन्ट्रैक्ट की शुरूआत से इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स, डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों और बड़े उपभोक्ताओं को प्राइस रिस्क को कम करने में मदद मिलेगी. साथ ही इसे आसानी से मैनेज भी किया जा सकेगा.
'भारत के कमोडिटी इकोसिस्टम को मिलेगी मजबूती'
MCX के CEO प्रवीण राय ने कहा, 'बिजली डेरिवेटिव की शुरुआत भारत के कमोडिटी इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण विकास को दर्शाती है. इस कॉन्ट्रैक्ट की मदद से इलेक्ट्रिसिटी प्राइस रिस्क को मैनेज करने के लिए विश्वसनीय, पारदर्शी मंच देंगे, अभी के समय में मार्केट के रिफोर्म होने से ये काफी डायनामिक हैं.
राय ने कहा, 'भारत की रिन्यूएबल एनर्जी और ओपन एक्सेस बिजली बाजारों के लिए इलेक्ट्रिसिटी डेरिवेटिव्स फिजिकली और फाइनेंशियली रुप में सेतु का काम कर सकते हैं.'
कंपनी के चौथी तिमाही के नतीजों ने किया कमाल
FY2024-25 की चौथी तिमाही में MCX ने कमाल का प्रदर्शन किया था. कंपनी का नेट प्रॉफिट 54% बढ़कर 135.46 करोड़ रुपये हो गया.
ऐसा रहा शेयर का प्रदर्शन
NSE पर MCX के शेयर 4.49% बढ़कर 7,418 रुपये पर बंद हुए, जबकि बेंचमार्क निफ्टी में 1.1% की गिरावट आई. पिछले 12 महीनों में शेयर में 112.86% और साल-दर-साल आधार पर 18.99% की गिरावट आई है.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी पर नजर रखने वाले 11 एनालिस्ट में से सात ने स्टॉक पर 'बाय' रेटिंग दी है, 3 ने 'होल्ड' की सलाह दी है और 1 ने 'बेचने' का सुझाव दिया है.