कॉफी डे गड़बड़झाले के चलते रुका हुआ है WeWork India का IPO, जून तक मिल सकती है मंजूरी; जानिए पूरा मामला

Embassy Group अब SEBI के साथ मिलकर इन समस्याओं को सुलझाने में जुटा है. अगर सबकुछ ठीक रहा, तो जून 2025 के अंत तक WeWork India के IPO को हरी झंडी मिल सकती है.

(Photo source: NDTV Profit)

वीवर्क इंडिया (WeWork India) के IPO को भारतीय शेयर बाजार रेगुलेटर SEBI से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है. वजह एक पुराना विवाद है, जो एंबेसी ऑफिस पार्क्स (Embassy Office Parks REIT) और उसके पूर्व CEO अरविंद मैया से जुड़ा है. बताया जा रहा है कि इसी मामले के चलते WeWork India का IPO फिलहाल रोक दिया गया है.

एंबेसी ग्रुप की लीडरशिप वाली कंपनी वीवर्क इंडिया ने जनवरी 2025 में IPO के लिए ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए थे, लेकिन SEBI ने ग्रुप की दूसरी कंपनी, एंबेसी ऑफिस पार्क्स REIT में देरी से दी गई जानकारियों (डिस्क्लोजर्स) को लेकर आपत्ति जताई है. ये मामला पूर्व CEO अरविंद मैया से जुड़ा है, जिन पर कॉरपोरेट गवर्नेंस और रेगुलेटरी अनुपालन को लेकर गंभीर सवाल उठे हैं.

कॉफी डे से जुड़ी गड़बड़ी

नवंबर 2024 में SEBI ने NFRA (नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी) की रिपोर्ट के आधार पर मैया को तत्काल CEO पद से हटाने का निर्देश दिया था. रिपोर्ट में बताया गया कि मैया ने अपने पिछले कार्यकाल में कॉफी डे (Coffee Day Enterprises) के ऑडिट में गंभीर लापरवाही बरती थी.

कॉफी डे ने कथित रूप से 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बिना जरूरी मंजूरी के Mysore Amalgamated Coffee Estates Ltd. नाम की संबंधित पार्टी को ट्रांसफर कर दी थी. इस घोटाले की जानकारी छिपाई गई, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ.

जब ये अनियमितता सामने आई, तब मैया उस फर्म में पार्टनर थे जो कंपनी का ऑडिट कर रही थी. NFRA ने इसे 'गंभीर लापरवाही' माना और SEBI ने उन्हें "फिट एंड प्रॉपर" मानदंडों के तहत CEO पद के लिए अयोग्य करार दिया.

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SEBI की जांच और देरी

SEBI ने पाया कि एंबेसी REIT के मैनेजर ने NFRA आदेश को स्टॉक एक्सचेंज पर साझा करने में 53 दिन की देरी की, मैया के 'फिट एंड प्रॉपर' स्टेटस पर 35 दिन और SEBI के एक पत्र को साझा करने में 11 दिन की देरी हुई. इसके अलावा, ट्रस्टी (Axis Trustee Services) पर भी निगरानी में चूक का आरोप लगा.

अब आगे क्या?

Embassy Group अब SEBI के साथ मिलकर इन समस्याओं को सुलझाने में जुटा है. अगर सबकुछ ठीक रहा, तो जून 2025 के अंत तक IPO को हरी झंडी मिल सकती है.

वीवर्क इंडिया का IPO पूरी तरह से OFS होने वाला है. इसमें एंबेसी बिल्‍डकॉन और वीवर्क ग्‍लोबल की सहयोगी कंपनी 1 एरियल वे टेनैंट मिलकर कुल 4.4 करोड़ शेयर बेचेंगी. IPO से कंपनी को कोई नई पूंजी नहीं मिलेगी. JM फाइनेंशियल, ICICI सिक्‍योरिटीज, जेफरीज इंडिया, कोटैक महिंद्रा कैपिटल और 360 वन WAM को लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है.

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