500, 1000 के नोट पर पीएम मोदी के कदम की काले धन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' कहकर सराहना

केंद्र सरकार के 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के फैसले की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्रियों ने इसे भ्रष्टाचार और काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक की संज्ञा दी.

देश को संबोधित करते पीएम मोदी (फाइल फोटो)

केंद्र सरकार के 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के फैसले की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्रियों ने इसे भ्रष्टाचार और काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक की संज्ञा दी. (500 और 1000 रुपये के नोट अब महज कागज के टुकड़े भर, 30 दिसंबर तक जमा करा दें : पीएम नरेंद्र मोदी)

सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, भ्रष्टाचार और कालेधन पर नरेंद्र मोदी जी की सर्जिकल स्ट्राइक. भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ दें. उनके मंत्रालय के राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी प्रधानमंत्री के फैसले की सराहना की. (आज बैंक नहीं जाएं-लेनदेन नहीं होगा, अगले दो दिनों तक कुछ ATM भी काम नहीं करेंगे)

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह आम आदमी के लिए वास्तविक आजादी है. संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने ट्वीट किया, भ्रष्टाचार, कालेधन और आतंकवाद से लड़ने के लिए ऐतिहासिक कदम.’ इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ट्वीट को री-ट्वीट कर दिया जिसमें ममता ने केंद्र के फैसले को कठोर कहा था.

(..लेकिन इन जगहों पर 72 घंटे तक चलेंगे 500 और 1000 रुपये के नोट)

झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बड़े कदम उठाना जरूरी था. (जानिए कैसे बदले जा सकते हैं 500-1000 रुपये के पुराने नोट)

उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस कदम को राष्ट्र की प्रगति में मील का पत्थर बताते हुए साहसिक कदम बताया. उन्होंने कहा कि काले धन के खिलाफ इस लड़ाई में भारत की जनता सच्चे सैनिकों की तरह सहभागी होगी.

हालांकि केरल की माकपा नीत एलडीएफ सरकार ने सरकार के आकस्मिक ऐलान की आलोचना करते हुए कहा कि इस कदम से देश से काला धन खत्म नहीं होगा. केरल के वित्त मंत्री टी एम थोमस इसाक ने कहा कि 1000 और 500 के नोटों को बंद करना काले धन की समस्या का निवारण नहीं है. पूरा काला धन इस रूप में नहीं होता. बहुत सारा धन विदेशों में जमा है और हवाले के रास्ते से आता है.

राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि बाजार से मौजूदा 500 और 1,000 रुपए के नोटों को हटाने का सरकार का फैसला नकली नोट और कालेधन पर एक ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ है.

(परेशान न हों अगर 500 और 1000 के नोट हैं आपके पास तो सबसे पहले ये 5 काम करें...)

अधिया ने ट्वीट पर कहा, कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की तरफ से उठाया गया यह सबसे साहसिक और बड़ा कदम है. यह कालेधन के खिलाफ एक तरह की सर्जिकल स्ट्राइक है. वित्त सचिव अशोक लवासा ने कहा कि देश के लिए परेशानी का सबब बन चुके कालेधन और नकली मुद्रा के खिलाफ सरकार की तरफ से उठाया गया यह एक और कदम है.

लवासा ने ट्वीट कर कहा, लोगों को इसे समझना चाहिए, सहयोग करना चाहिए और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करना चाहिए. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जिन लोगों के पास 500 और 1,000 रुपए के नोट जमा हैं उसे बैंक अथवा डाकघर में 10 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच बदला जा सकेगा.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

लेखक Bhasha
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