अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) ने अगले सात साल में 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है. इस निवेश के जरिए 2030 तक कंपनी का रिन्युएबल एनर्जी कैपेसिटी (Renewable Energy) को बढ़ाकर 50 GW करने का टारगेट है.
फिलहाल अदाणी ग्रीन की ऑपरेशनल कैपेसिटी 10.9 GW है. जबकि कंपनी के पास 70-80 GW कैपेसिटी पहुंचाने लायक लैंड बैंक उपलब्ध है. अदाणी ग्रीन के डायरेक्टर सागर अदाणी ने अहमदाबाद में एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'पूरी कैपेसिटी का निवेश तैयार है.'
अदाणी ग्रीन के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर फुंतसोक वांग्याल कहते हैं, '10.9 GW के ऑपरेशनल प्रोजेक्ट्स करीब 5,000 करोड़ रुपये का कैश फ्लो जेनरेट करते हैं.अगले साल तक ये कैपेसिटी बढ़कर करीब 17,000 MW पहुंच जाएगी, जिससे कैश फ्लो में और इजाफा होगा. इसलिए कंपनी के विस्तार के लिए निवेश की दिक्कत नहीं होनी चाहिए.'
वहीं अदाणी ग्रीन के CEO अमित सिंह ने बताया कि रिन्युएबल एनर्जी फोक्स्ड कंपनी की इस दशक में 5GW की पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज कैपेसिटी सेटअप करने की भी योजना है. कंपनी फिलहाल इसके लिए देश में जमीन खोज रही है.
सिंह ने कहा, '4 रुपये यूनिट की पावर कास्ट किसी भी पंप्ड स्टोरेज से हासिल होने वाली सबसे सस्ती पावर होगी. हालांकि हम बैटरी स्टोरेज की तरफ भी देख रहे होंगे. लेकिन फिलहाल हमारा ध्यान पंप्ड स्टोरेज के लिए पूरे देश में जगह खोजने पर है.'
बता दें भारत की पावर डिमांड 6.5% की तेज रफ्तार से बढ़ रही है, जबकि ऐतिहासिक तौर पर ये 4.5% रहती थी. सिंह ने कहा कि इससे पूरी वैल्यू चेन में बड़े मौके बनेंगे.
सरकार हर साल 45 GW के रिन्युएबल एनर्जी टेंडर्स ला रही है. हालांकि इतनी स्पीड से इंस्टॉलेशन नहीं हो पा रहे हैं. FY25 में अदाणी ग्रीन 6-7 GW की कैपेसिटी और जोड़ेगी, इसके तहत एक मेगावाट कैपेसिटी डेवलप करने के लिए 5 करोड़ रुपये तक का निवेश किया जाएगा.