भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने बुधवार को 25,000 करोड़ रुपये का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) लॉन्च किया. जिसके बाद गुरुवार को इसके शेयरों पर निवेशकों की खास नजर रही. सुबह करीब 10 बजे तक शेयर में काफी उतार चढ़ाव नजर आया. लेकिन धीमे बाजार की वजह से क्लोजिंग के करीब ये भी फ्लैट कारोबार करता दिखा.
बैंक ने इस इश्यू के लिए फ्लोर प्राइस 811.05 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जो बुधवार के क्लोजिंग प्राइस 830.5 रुपये से 2.5% कम है. SBI इस फ्लोर प्राइस पर 5% तक की छूट दे सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) इस QIP में सबसे बड़ा एंकर निवेशक है और कई घरेलू म्यूचुअल फंड भी बोली लगाना चाह रहे हैं.
एक्पिरस सिक्योरिटीज के रोहन मंडोरा ने कहा, "SBI को निकट भविष्य में पूंजी की जरूरत नहीं है. ये QIP मध्यम अवधि की योजनाओं और भविष्य में ग्रोथ की संभावनाओं के लिए है."
उन्होंने ये भी बताया कि रेपो रेट में कटौती के बाद दूसरी तिमाही में चार बेसिस पॉइंट का सुधार हो सकता है. PSU बैंक 15-18% की मजबूत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) दे रहे हैं.
SBI ने अपना पिछला QIP जून 2017 में लॉन्च किया था. जिसमें 15,000 करोड़ रुपये जुटाया गया था. तब इस पर 1% की छूट दी गई थी.
शेयर का प्रदर्शन
दोपहर 2.20 बजे तक SBI का शेयर NSE पर 0.05% की मामूली बढ़ोतरी के साथ 832 रुपये के करीब कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 50 में 0.27% की गिरावट थी.
पिछले 12 महीनों में शेयर 5.44% और इस साल अब तक 4.73% गिरा है. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 65 पर है.
विश्लेषकों की राय
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, SBI को ट्रैक करने वाले 34 विश्लेषकों में से 18 ने 'Buy', 6 ने 'Hold' और 10 ने 'Sell' की सलाह दी है. 12 महीने का एवरेज टारगेट प्राइस 1,055 रुपये है, जो 25% की बढ़त की संभावना को दिखा रहा है.