अमेरिका की मार्केट रेगुलेटर SEC की कार्रवाई के बाद क्रिप्टो निवेशकों के मन में डर बैठ गया है, जिसका असर क्रिप्टो बाजार पर भी साफ दिख रहा है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी के दो बड़े एक्सचेंज बाइनेंस (Binance) और कॉइनबेस (Coinbase) पर SEC के एक्शन के बाद शनिवार को कार्डानो (Cardano) का ADA 25% तक टूट गया. इसके साथ ही सोलाना के SOL, पॉलिगॉन के MATIC और एवेलांच के AVAX में भी 10% से ज्यादा की गिरावट दिखी.
दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) 3% तक टूटी. वहीं, दूसरे नंबर पर ईथर में भी 5.6% की गिरावट रही, जिसके बाद करेंसी मार्च के बाद अब तक के सबसे निचले स्तर पर है.
SEC ने क्या कार्रवाई की
US मार्केट रेगुलेटर SEC ने बाइनेंस के CEO और कंपनी पर निवेशकों के फंड्स के साथ छेड़छाड़ करने और रेगुलेटर को गुमराह करने का आरोप लगाया है. जवाब में बाइनेंस ने भी SEC के कदम को निराशाजनक बताया और अपने पक्ष को रखने की बात कही.
कॉइनबेस भी देगा सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
SEC द्वारा कॉइनबेस पर अवैध तरीके से एक्सचेंज चलाने के आरोपों पर कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर को सुप्रीम कोर्ट में कानूनी चुनौती देने की ठान ली है.
SEC की इस कार्रवाई में बाइनेंस के BNB के अलावा कार्डानो, सोलाना और पॉलीगॉन को चिह्नित किया गया था, जिसका असर भी शनिवार को होने वाली बिकवाली में दिखा. इस ग्रुप के सभी टोकन दबाव के साथ कारोबार करते नजर आए.
'नियमों के दायरे में एक्सचेंज'
मार्केट रेगुलेटर बिटकॉइन को बतौर कमोडिटी देखते हैं. इस पर SEC के चेयरमैन गैरी गेंसलर ने बहुत पहले ही कहा था बाकी दूसरे टोकन्स को खरीदने-बेचने वाली सभी एजेंसियां इन्वेस्टर-प्रोटेक्शन नियमों के अंतर्गत आती हैं और इन सभी प्राइवेट एक्सचेंज को मार्केट रेगुलेटर के अंतर्गत रजिस्टर होना चाहिए. लेकिन किन्हीं खास टोकन्स पर सवाल खड़े करना एजेंसी के सख्त रवैये को दिखाता है. ये सब तब जब 2022 में क्रिप्टो का गुब्बारा भी फटा और FTX समेत कुछ संस्थाएं दिवालिया भी हुईं.
अगर SEC के खौफ से एक्सचेंज, क्रिप्टो टोकन्स की लिस्टिंग से घबराते रहे तो अनरजिस्टर्ड सिक्योरिटी का ठप्पा, किसी भी टोकन की ट्रेडिंग के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है.
एक बड़े ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, रॉबिनहुड मार्केट्स ने सोलाना, कार्डानो और पॉलीगॉन को 27 जून के बाद हटाने की बात कही है.