भारत का पहला रजिस्टर्ड स्मॉल एंड मीडियम रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट या SM REIT, प्रॉपर्टी शेयर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (Property Share Investment Trust) का IPO सोमवार को खुला. इस IPO के जरिए 353 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. ऑफर के रेड हेयरिंग प्रोस्पेक्टस के मुताबिक ऑफर में बेंगलुरू में स्थित कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश शामिल है.
ये IPO पूरी तरह फ्रेश इश्यू है. इसमें कोई ऑफर फॉर सेल (OFS) नहीं है. इश्यू सब्सक्रिप्शन में 4 दिसंबर तक पैसा लगाया जा सकता है. शेयरों का आवंटन 5 दिसंबर तक होने की उम्मीद है. लिस्टिंग के लिए संभावित तारीख 9 दिसंबर 2024 है.
SM REITs की पहुंच बढ़ाएगा कदम
REIT ऑफिस प्रॉपर्टी खरीदेगा और उसे पहले साल के लिए 9% रेंटल यील्ड पर विक्रेता को वापस लीज पर देगा. ऑफिस प्रॉपर्टी का मौजूदा साल में स्वामित्व अमेरिका में बेस्ड टेक कंपनी 24/7 AI के पास है. लीज एग्रीमेंट 9 साल की अवधि का होगा.
ध्यान देने वाली बात ये है कि ये SM REITs की पहुंच को आगे बढ़ाने की दिशा में नया कदम है. SM REITs बड़ी कमर्शियल प्रॉपर्टी के मुकाबले मिड साइज की रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज को टारगेट करती है.
REIT भारत के REIT नियमों के कानूनी फ्रेमवर्क के मुताबिक काम करेगा. इसमें सभी जरूरी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा. कंपनी ने SEBI में फाइल किए गए अपने ऑफर दस्तावेजों में कहा कि यूनिट्स को ट्रेडिंग के लिए BSE और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट किया जाएगा. ICICI सिक्योरिटीज लिमिटेड IPO की बुक रनिंग लीड मैनेजर है. जबकि Kfin टेक्नोलॉजीज लिमिटेड इश्यू के रजिस्ट्रार के तौर पर काम करेगी.
प्राइस बैंड
निवेश के लिए प्राइस बैंड 10 लाख-10.5 लाख रुपये है. ये ऐसी ऑफरिंग में रिटेल निवेशकों के लिए एंट्री पॉइंट को तय करने वाले नियमों के मुताबिक है.
बिजनेस
प्रॉपर्टी शेयर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट SEBI के साथ रजिस्टर्ड SM REIT है. इसकी शुरुआत जून 2024 में हुई थी. ट्रस्ट की पहली स्कीम प्रॉप शेयर प्लेटिना में 6 पूरे मालिकाना हक वाले स्पेशल पर्पज व्हीकल्स (SPV) शामिल हैं. प्रॉपर्टी शेयर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट के लिए ट्रस्टी एक्सिस ट्रस्टी सर्विसेज लिमिटेड है.
इसमें नया क्या है?
स्मॉल और मीडियम REIT वो रियल इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट है जो छोटे और मध्यम साइज के रियल एस्टेट एसेट्स में निवेश पर फोकस करते हैं.
आम तौर पर REITs में बड़े स्तर पर निवेश देखने को मिलता है. ये छोटी रेजिडेंशियल या कमर्शियल प्रॉपर्टीज, रिटेल स्पेस या अन्य रिटेल एस्टेट सेक्टर्स हो सकते हैं जो ज्यादा छोटे निवेशकों के लिए बेहतर होते हैं.