इंडिजीन लिमिटेड (Indegene Ltd.) की भारतीय शेयर बाजार में एंट्री शानदार रही. BSE पर ये 45.95% प्रीमियम के साथ 659.70 रुपये पर लिस्ट हुआ. वहीं, NSE पर ये 44.91% प्रीमियम के साथ 655 रुपये पर लिस्ट हुआ. इसका इश्यू प्राइस 452 रुपये/ शेयर था.
इश्यू करीब 70 गुना भरा था
इंडिजीन का IPO 1,841.76 करोड़ रुपये का IPO सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन तक 69.91 गुना भरा था.
क्या करती है कंपनी?
इंडिजीन लिमिटेड एक डिजिटल फर्स्ट कमर्शियलाइजेशन फोकस्ड कंपनी है, जो फार्मास्यूटिकल, इमर्जिंग बायोटेक और मेडिकल डिवाइस कंपनियों को प्रोडक्ट, मार्केट में लॉन्चिंग और सेल्स बढ़ाने के लिए डेवलप करती है.
कंपनी का पूरा काम लाइफ साइंसेज कंपनियों को कमर्शियल, मेडिकल, रेगुलेटरी और रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए सॉल्यूशंस उपलब्ध कराना है.
कंपनी क्लीनिकल डेटा और इन्फॉर्मेशन को स्ट्रक्चर्ड कॉन्टेंट और एनालिटिक्स-रेडी डेटा सेट्स में बदलने में मदद करती है. ये साइंटिफिक, मेडिकल और प्रोमोशनल कंटेंट भी तैयार करती है.
इसके साथ ही, कंपनी क्लीनिकल ट्रायल्स के लिए मरीजों के रिक्रूटमेंट को बढ़ाने और फिजीशियन और मरीजों के लिए पर्सनलाइज्ड ओमनीचैनल एक्सपीरिएंस मुहैया कराती है.
कंपनी के बिजनेस को 4 भाग में बांट सकते हैं
एंटरप्राइज कमर्शियल सॉल्यूशंस
ओम्नीचैनल एक्टिवेशन
एंटरप्राइज मेडिकल सॉल्यूशंस
एंटरप्राइज क्लीनिकल सॉल्यूशंस एंड कंसल्टेंसी सर्विसेज
कंपनी पर रिस्क
कंपनी का बिजनेस लाइफ साइंस इंडस्ट्री पर टिका है. इस इंडस्ट्री से जुड़े फैक्टर्स में बदलाव कंपनी को प्रभावित कर सकते हैं.
कंपनी का अधिकतर रेवेन्यू उसकी सब्सिडियरी से आता है. किसी सब्सिडियरी का ऑपरेशन बाधित होने से कंपनी के बिजनेस, वित्तीय स्थिति और ओवरऑल कामकाज पर पड़ेगा.
लाइफ साइंस ऑपरेशंस में कंपटीशन कहीं ज्यादा है. इसलिए इसके भविष्य के बारे में अभी कुछ हिसाब लगाना चुनौती भरा होगा.