अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर बढ़ा निवेशकों का भरोसा, जारी है शेयरों का 'पावर'फुल प्रदर्शन

GQG पार्टनर्स का अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर भरोसे की बुनियाद बेहद गहरी है, समय समय पर ग्रुप की कंपनियों में निवेश इस बात का सबूत है.

Source: Reuters

अदाणी पावर समेत अदाणी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों ने आज दौड़ लगा दी, वजह है बुधवार को हुआ वो बड़ा सौदा जिसमें अमेरिकी इन्वेस्टमेंट कंपनी, GQG पार्टनर्स ने अदाणी पावर में एक बड़ी डील के जरिए 8.1% की हिस्सेदारी खरीदी, जिसके जरिए कंपनी में 8,708 करोड़ रुपये का निवेश किया.

इस सौदे में 31.2 करोड़ शेयरों को अदाणी पावर की दो प्रोमोटर एंटिटीज ने अलग-अलग दो बल्क डील में बेचा. सिंगल बायर-सिंगल सेलर के पैमाने पर देखें तो ये भारतीय शेयर बाजार के सेकेंडरी मार्केट ट्रांजैक्शंस के इतिहास में सबसे बड़ा सौदा है.

इस डील का असर आज अदाणी पावर समेत ग्रुप की दूसरी कंपनियों पर दिखाई दिया. अदाणी ग्रुप के शेयरों में आई इस तेजी की वजह से अदाणी की लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 7,717 करोड़ रुपये उछलकर 10.45 लाख करोड़ रुपये हो गया.

अदाणी पावर का शेयर आज इंट्राडे में 3% चढ़कर 288.5 रुपये पर पहुंच गया, जो 10 अगस्त के बाद सबसे ज्यादा है.

दो प्रोमोटर एंटिटीज ने बेचा हिस्सा

BSE के मुताबिक अदाणी पावर लिमिटेड की प्रोमोटर इकाइयां, वर्ल्डवाइड इमर्जिंग मार्केट होल्डिंग लिमिटेड और एफ्रो एशिया ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड ने दो अलग-अलग बल्क डील्स में संयुक्त रूप से 31.2 करोड़ शेयर या 8.1% हिस्सेदारी 8,707.5 करोड़ रुपये में बेचीं. प्रोमोटर एंटिटी वर्ल्डवाइड इमर्जिंग मार्केट होल्डिंग ने 4.65 करोड़ शेयर बेचे हैं. जो 1.2% हिस्सेदारी के बराबर है. ये शेयर 279.16 रुपये/शेयर के भाव पर बेचे गए हैं, जबकि एफ्रो एशिया ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट ने 279.18 रुपये/शेयर के भाव पर 6.9% हिस्सेदारी बेची है.

GQG पार्टनर्स इमर्जिंग मार्केट्स इक्विटी फंड और गोल्डमैन सैक्स GQG पार्टनर्स इंटनेशनल अपॉर्च्युनिटीज ने कुल 15.20 करोड़ शेयर खरीदे हैं, जो 3.94% की हिस्सेदारी के बराबर है. GQG पार्टनर्स ने बल्क डील में 279.15 रुपये/शेयर के भाव पर 4,244 करोड़ रुपये का निवेश कर ये हिस्सेदारी खरीदी है. नाम न छापने की शर्त पर, मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि 4,460 करोड़ रुपये की बाकी हिस्सेदारी भी GQG पार्टनर्स और उसके सहयोगियों ने खरीदी है.

अदाणी ग्रुप कंपनियों पर निवेशकों का भरोसा

हालांकि ये पहली बार नहीं है कि जब GQG पार्टनर्स ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में निवेश किया है, मार्च में जब अदाणी ग्रुप की कंपनियां अमेरिकी शॉर्ट सेलर के आरोपों की वजह से मुश्किल दौर से गुजर रहीं थीं, तब GQG पार्टनर्स ने 15,446 करोड़ रुपये में अदाणी ग्रुप की चार कंपनियों में हिस्सा खरीदा था. उस वक्त GQG पार्टनर्स ने अदाणी एंटरप्राइजेज में 3.39%, अदाणी पोर्ट्स में 0.04%,अदाणी ट्रांसमिशन में 2.55% और अदाणी ग्रीन एनर्जी में 3.51% हिस्सा लिया था.

अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर एक निवेशक के तौर पर GQG पार्टनर्स के राजीव जैन का भरोसा कितना मजबूत है, इस बात की तस्दीक वो खुद करते हैं. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक राजीव जैन कहते हैं कि अदाणी ग्रुप के भविष्य की फंड जुटाने की योजनाओं में वो हिस्सा लेंगे, जिसे वो 'भारत में मौजूद बेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर असेट्स' कहते हैं.

राजीव जैन एक इंटरव्यू के दौरान कहते हैं कि वो परिवार के बाद अदाणी ग्रुप में वैल्युएशन के आधार पर पांच सालों के अंदर सबसे बड़े निवेशकों में शुमार होना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि 'हम निश्चित रूप से अदाणी ग्रुप के किसी भी नए ऑफर में भागीदार बनना चाहेंगे.'

अदाणी ग्रुप कंपनियों में लगातार बढ़ाया हिस्सा

यही वजह रही कि GQG पार्टनर्स ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में अपना निवेश जारी रखा. 28 जून को भी उन्होंने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में हिस्सा बढ़ाया था.

  • अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी ग्रीन एनर्जी में 8,265 करोड़ रुपये में हिस्सेदारी खरीदी.

  • GQG ने अदाणी एंटरप्राइजेज में 1.79 करोड़ शेयर या 1.58 हिस्सेदारी खरीदी, जिससे उनकी होल्डिंग बढ़कर 5.4% हो गई.

  • अदाणी ग्रीन एनर्जी में 4.47 करोड़ शेयर या 2.82% की अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदी, जिससे GQG की होल्डिंग बढ़कर 10.35 करोड़ शेयरों या 6.54% हो गई.

  • अदाणी ट्रांसमिशन में GQG पार्टनर्स ने अतिरिक्त 3% की हिस्सेदारी 2,633 करोड़ रुपये में खरीदी. जिससे उसकी कुल होल्डिंग बढ़कर 6.54% हो गई. इसके पहले GQG पार्टनर्स की अदाणी ट्रांसमिशन में 3.54% हिस्सेदारी ही थी.

  • प्रोमोटर यूनिट्स अदाणी ट्रेडलाइन ने 0.33% और ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट लिमिटेड ने अदाणी ट्रांसमिशन में अपनी 3.04% हिस्सेदारी बेची थी.

दूसरे निवेशकों का भी भरोसा बढ़ा

GQG ही नहीं, बल्कि दूसरे ग्लोबल निवेशकों ने भी अदाणी ग्रुप पर भरोसा जताया, इसी महीने कतर की सॉवरेन वेल्थ फंड की आर्म INQ होल्डिंग ने अदाणी ग्रीन एनर्जी में 3,920 करोड़ रुपये में 2.7% हिस्सेदारी खरीदी थी. BSE डेटा के मुताबिक ये सौदा 920 रुपये प्रति शेयर पर हुआ था.

अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर घरेलू और विदेशी निवेशकों का भरोसा कितना ठोस है, ये इस बात से ही जाहिर होता है कि ग्रुप की ज्यादातर कंपनियां फरवरी में अपने निचले स्तर से करीब करीब आधा रिकवर कर चुकी हैं. शॉर्ट सेलर के आरोपों को दरकिनार कर अब निवेशकों का ध्यान एक बार फिर अदाणी ग्रुप की कंपनियों के वैल्युशंस और बिजनेस फंडामेंटल्स पर है, और यही उनके भरोसे की बुनियाद भी है.