एडटेक प्लेटफॉर्म बायजूज (Byju's) के लिए मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. किसी जमाने में $22 बिलियन की नेटवर्थ वाली कंपनी का वैल्युएशन $3 बिलियन से नीचे आ गया है. मतलब 86% मार्केट वैल्युएशन साफ हो गई है. इस बार मार्केट वैल्युएशन में कैंची चलाई है कंपनी की लॉन्ग टर्म निवेशक रही प्रोसस (Prosus) ने.
FY24 के पहले हाफ के नतीजों के बारे में बताते हुए प्रोसस के अंतरिम CEO अर्विन टू (Ervin Tu) ने कहा, 'हम एकदम सही आंकड़ा जारी नहीं करेंगे, लेकिन हमारे लिए ये $3 बिलियन से कम है.'
इसी साल जून में, प्रोसस ने बायजूज का वैल्युएशन घटाकर $5.14 बिलियन कर दिया था. नीदरलैंड की कंपनी प्रोसस ने 2018 में बायजूज में $536 मिलियन का निवेश करके 9.6% हिस्सेदारी ली थी.
प्रोसस ने कहा कि सितंबर 2022 तक, 'उसने बायजूज की फाइनेंशियल और ऑपरेटिंग पॉलिसी के ऊपर प्रभाव नहीं डाला है.'
कुल मिलाकर, कुछ बड़ी अंडरपरफॉर्मर कंपनियों में निवेश कर प्रोसस का इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न बुरी तरह डगमगाया है, जिसमें बायजूज और फार्मईजी (Pharmeasy) शामिल हैं.
हालांकि, प्रोसस का इंडिया पेमेंट्स बिजनेस पेयू (PayU) के पेमेंट्स और क्रेडिट कार्ड बिजनेस की अच्छी परफॉर्मेंस के चलते अच्छा काम कर रहा है.
प्रोसस ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा, 'प्रोसस के लिए भारत PSP सेगमेंट में सबसे बड़ा मार्केट है, जिसमें कंपनी की हिस्सेदारी 48% है. H1FY24 के दौरान PayU की आय में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिली, जिसमें उसके मर्चेंट्स विब्मो (Wibmo) और हमेशा चलने वाले बिजनेस शामिल हैं.'
बायजूज की दिक्कतों में बीते 2 हफ्तों में नई परेशानियां जुड़ी हैं, जब BCCI ने कंपनी पर NCLT में इन्सॉल्वेंसी याचिका दाखिल की थी.