बाजार में करेक्शन के लिए तैयार रहिए! क्रिस वुड ने वैल्युएशन और चुनावी नतीजों को बताया वजह

वुड आने वाले 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कहते हैं कि बाजार पर अनुमान से कमजोर नतीजों का बुरा असर पड़ सकता है.

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बाजार के वैल्युएशन और लोकसभा चुनाव में मौजूदा सरकार के लिए 'आश्चर्यजनक रूप' से खराब नतीजों की संभावनाओं को देखते हुए, ये बिल्कुल साफ हो जाता है कि निकट अवधि में भारतीय शेयर बाजार में करेक्शन का जोखिम बना हुआ है. ये कहना है जेफरीज में इक्विटी स्ट्रैटजी के ग्लोबल हेड क्रिस वुड का.

कम वोटिंग BJP की बढ़ाएगा टेंशन

ग्रीड एंड फियर (Greed & Fear) में 23 मई को जारी किए अपने नोट में वुड ने कहा, मिड कैप शेयर का प्रदर्शन ब्लू चिप शेयरों के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर है. मार्केट कैप में केवल 30% का योगदान देने वाले मिड कैप शेयरों में इनफ्लो 60% के करीब है.

2023 से अब तक निफ्टी मिडकैप100 66% से ज्यादा चढ़ चुका है, वहीं निफ्टी50 इंडेक्स 'केवल 25%' ही चढ़ा है. वुड आने वाले 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कहते हैं कि बाजार पर अनुमान से कमजोर नतीजों का बुरा असर पड़ सकता है.

अनुमान से कमजोर वोटर टर्नआउट BJP के लिए एक चिंता बढ़ाने वाली बात हो सकती है. इससे ये भी संकेत मिल रहे हैं कि BJP का प्रदर्शन शायद उतना अच्छा न हो जिसका अनुमान पहले लगाया जा रहा था.

कैपिटल गेंस पर भी पड़ेगा चुनावी नतीजों का असर

चुनाव के नतीजों का असर कैपिटल गेंस टैक्स पर भी पड़ेगा. अब पता ये करना है कि टैक्स रेट बढ़ाए जाएंगे या फिर लॉन्ग टर्म गेंस में आने के लिए समय सीमा को बढ़ा दिया जाएगा, या फिर इसका कोई कॉम्बिनेशन तय किया जाएगा.

फिलहाल, शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस 15% और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस 10% है. ग्रीड एंड फियर के मुताबिक, दरों को बढ़ाया जाना बेहतर हो सकता है.

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