Sadhna Broadcast: SEBI ने बॉलीवुड एक्‍टर अरशद वारसी समेत 59 लोगों को मार्केट से बैन किया; जानिए कैसे हुआ था करोड़ों का खेल

मामला साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (अब क्रिस्टल बिजनेस सिस्टम्स लिमिटेड) के शेयरों को लेकर यूट्यूब चैनलों पर भ्रामक वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है.

SEBI Barres Arshad Warsi aशेयर मार्केट रेगुलेटर SEBI ने बॉलीवुड एक्‍टर अरशद वारसी, उनकी पत्नी मारिया गोरेटी और 57 अन्य लोगों पर 1 से 5 साल तक का प्रतिबंध लगा दिया है. इन सभी लोगों पर शेयर बाजार निवेशकों को गुमराह करने के आरोप हैं.

मामला साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (अब क्रिस्टल बिजनेस सिस्टम्स लिमिटेड) के शेयरों को लेकर यूट्यूब चैनलों पर भ्रामक वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है.

लौटाने होंगे करोड़ों रुपये

अरशद वारसी, उनकी पत्नी और अन्‍य लोगों पर लाखों रुपये की अवैध कमाई करने का आरोप है. SEBI की जांच में सामने आया कि अरशद वारसी ने इस स्कीम से ₹41.70 लाख और उनकी पत्नी ने ₹50.35 लाख का लाभ कमाया. इसके लिए दोनों पर ₹5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है.

SEBI ने कहा कि सभी आरोपियों को मिलाकर कुल ₹58.01 करोड़ की गैरकानूनी कमाई हुई है. अब इन सभी को ये रकम 12% सालाना ब्याज के साथ लौटानी होगी.

कैसे रची गई शेयर घोटाले की स्कीम?

SEBI की 109 पन्नों की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार, इस पूरे घोटाले के पीछे गौरव गुप्ता, राकेश कुमार गुप्ता और मनीष मिश्रा मास्टरमाइंड थे. साधना ब्रॉडकास्ट के रजिस्ट्रार कंपनी में निदेशक रहे सुभाष अग्रवाल ने मनीष मिश्रा और प्रोमोटर्स के बीच संपर्क की भूमिका निभाई.

पीयूष अग्रवाल और लोकेश शाह ने मनीष मिश्रा और प्रमोटरों को अपने अकाउंट्स का इस्तेमाल करने दिया. जतिन शाह ने स्कीम को क्रियान्वित करने में अग्रणी भूमिका निभाई.

कैसे हुआ ये पूरा खेल?

SEBI के अनुसार इस शेयर घोटाले को दो चरणों में अंजाम दिया गया:

  • पहला चरण: शेयर की कीमत बढ़ाना

    • प्रोमोटर से जुड़े निवेशकों ने आपस में ट्रेड कर शेयर का दाम धीरे-धीरे बढ़ाया.

    • शेयर की लिक्विडिटी कम होने की वजह से कम वॉल्यूम में भी कीमत पर बड़ा असर पड़ा.

  • दूसरा चरण: यूट्यूब प्रचार

    • इसके बाद Moneywise, The Advisor, और Profit Yatra जैसे यूट्यूब चैनलों पर मनीष मिश्रा के चलाए गए प्रमोशनल वीडियो अपलोड किए गए.

    • इन वीडियो में साधना ब्रॉडकास्ट को बेहतरीन निवेश अवसर बताया गया. इन वीडियो के साथ बाजार में बनावटी गतिविधि भी दिखाई गई ताकि निवेशक आकर्षित हों.

कब-कब हुई कार्रवाई?

जुलाई से सितंबर 2022 के बीच SEBI को शिकायतें मिली थीं कि यूट्यूब पर झूठे वीडियो डालकर शेयर की कीमत बढ़ाई जा रही है.

2 मार्च 2023 को अंतरिम आदेश में 31 लोगों पर रोक लगाई गई थी. इसके बाद मार्च 2022 से नवंबर 2022 तक के पूरे मामले की गहन जांच की गई.

SEBI की ये कार्रवाई, उन कार्रवाइयों का एक बड़ा उदाहरण है कि अब सोशल मीडिया और यूट्यूब के माध्यम से किए जा रहे शेयर बाजार में धोखाधड़ी पर भी सख्त नजर रखी जा रही है और बड़ी-बड़ी हस्तियों को भी कानून के दायरे में लाया जा रहा है.