साल 2023 की दूसरी छमाही खत्म होने को है. देश और बाजार 2024 की दहलीज पर खड़े हैं. लेकिन 2024 की जनवरी में जो ऐलान एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) करने वाला है, उस पर भी सबकी नजरें टिकी हैं.
NDTV Profit की रिसर्च के मुताबिक, 9 ऐसे शेयर हैं, जिन्हें AMFI की अगली रिक्लासिफिकेशन लिस्ट में लार्ज कैप कैटेगरी में जगह मिल सकती है. इसके साथ ही 14 ऐसे शेयर हैं, जो स्मॉल कैप से मिड कैप कैटेगरी में प्रवेश कर सकते हैं.
कैसे होगा ये फैसला?
मार्केट रेगुलेटर SEBI की गाइडलाइंस के मुताबिक, भारतीय कंपनियों को 3 हिस्सों में बांटा गया है. लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप. ये हिस्से बीते 6 महीने के औसतन मार्केट कैप के आधार पर तय किए जाते हैं. और इनके आधार पर ही शेयरों की रैंकिंग की जाती है. शुरुआती 100 शेयरों को लार्ज कैप इंडेक्स, अगले 150 को मिड कैप इंडेक्स और बाकी सभी शेयरों के स्मॉल कैप इंडेक्स में रखा जाता है.
शुरुआती 100 कंपनियों में एंट्री के लिए औसतन मार्केट कैप मौजूदा स्थिति में 79,307 करोड़ रुपये है. 6 महीने पहले ये आंकड़ा 49,686.9 करोड़ रुपये का था.
अगर 79,307 करोड़ रुपये के मार्केट कैप को लार्ज कैप इंडेक्स का कट ऑफ मान लें, तो टॉप 100 शेयरों में इन 9 शेयरों की एंट्री पक्की है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होने और लिस्टिंग के बाद से जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का औसतन मार्केट कैप 1.74 लाख करोड़ रुपये है. इसके साथ ही, इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) और पावर फाइनेंस कॉर्प (PFC) का मार्केट कैप बीते 6 महीने में क्रमशः 157% और 141% बढ़ा है.
मैक्रोटेक डेवलपर्स (लोधा) को H2CY22 में लार्ज कैप इंडेक्स से उतारकर H1CY23 के लिए मिड कैप इंडेक्स में रख दिया गया था. इसके बाद से शेयर में 30.3% का उछाल आया है, जिसके बाद ये शेयर फिर से लार्ज कैप इंडेक्स में शामिल होने को तैयार है.
जो 9 शेयर लार्ज कैप कैटेगरी में शामिल किए जा सकते हैं, उनमें 7 फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर से आते हैं. फिलहाल, 100 में 13 ऐसे शेयर हैं, जो लार्ज कैप कैटेगरी में इस सेक्टर से आते हैं.
ऊपर मौजूदा 14 कंपनियां मिड कैप इंडेक्स का हिस्सा बन सकती हैं. इनमें भी 3 ऐसी कंपनियां हैं, जो हाल ही में लिस्ट हुई हैं.
टाटा टेक्नोलॉजीज की लिस्टिंग 30 नवंबर को हुई और इसका मार्केट कैप फिलहाल 59,261.1 करोड़ रुपये है, जो 6 महीने पहले के लार्ज कैप इंडेक्स में शामिल सबसे कम मार्केट कैप वाली कंपनी से ज्यादा है.
JSW इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड का मार्केट कैप भी लिस्टिंग के बाद 65.9% और 10.2% की तेजी से बढ़ा है.
इमामी लिमिटेड को पहले मिड कैप से स्मॉल कैप कैटेगरी में डाल दिया गया था, लेकिन H2CY23 में 18% की शानदार तेजी के साथ ये शेयर मिड कैप इंडेक्स में एंट्री के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रहा है.