FY25 की दूसरी तिमाही में बड़ी संख्या में निफ्टी 50 कंपनियों के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे हैं. इनकी संख्या अनुमान के मुताबिक नतीजे देने वाली कंपनियों से ज्यादा रही है.
निफ्टी 50 कंपनियों का मुनाफा सालाना आधार पर 8.3% बढ़ा है, जबकि तिमाही आधार पर इनमें 3.3% की गिरावट आई है. निफ्टी-50 की आय में 3.3% (YoY) की ग्रोथ हुई है. जबकि नॉन फाइनेंशियल कंपनियों का ऑपरेटिंग प्रॉफिट लगभग पुराने स्तर पर ही बना हुआ है.
निफ्टी की 17 कंपनियों के नतीजे अनुमान के मुताबिक और 18 के अनुमान से कमजोर रहे हैं. वहीं 15 कंपनियों का प्रदर्शन अनुमान से बेहतर रहा है.
हालांकि जिन कंपनियों ने अनुमान से बेहतर नतीजे पेश किए हैं, उनकी संख्या बीती तिमाही की तुलना में इस तिमाही में 11 से बढ़कर 15 हो गई है. जबकि जिन कंपनियों के नतीजे अनुमानों के मुताबिक रहे हैं, उनकी संख्या कम से कम 5 तिमाहियों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है.
ऑटो मोबाइल और ऑटो कंपोनेंट कंपनियों के नतीजे कमजोर रहे हैं, इसमें नतीजे घोषित करने वाली 6 कंपनियों में से 3 के नतीजे अनुमानों से कमजोर रहे हैं.
फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में काम करने वाली 11 कंपनियों में से 3 की आय अनुमान से कमजोर रही है, इनमें इंडसइंड बैंक, HDFC लाइफ इंश्योरेंस और SBI लाइफ इंश्योरेंस शामिल हैं.
अर्निंग्स हीटमैप
अदाणी एंटरप्राइजेज का तिमाही मुनाफा करीब 6 गुना बढ़ चुका है. ये इंडेक्स में शामिल कंपनियों में सबसे ज्यादा है. जबकि कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 55% बढ़ा है.
एक साल पहले की तुलना में ट्रेंट (Trent Ltd.) का मुनाफा 42.5% बढ़ा है, लेकिन इसके बावजूद इसके नतीजे अनुमानों के हिसाब से नहीं रहे हैं. कंपनी के चेयरमैन नोएल टाटा ने इसके लिए रिटेल बिजनेसेज में कमजोर कंज्यूमर डिमांड और सीजनैलिटी को जिमम्मेदार बताया है.
सेक्टोरल प्रदर्शन
कंस्ट्रक्शन मैटेरियल सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों में अल्ट्राटेक सीमेंट और ग्रासिम इंडस्ट्रीज के मुनाफे में बड़े स्तर पर गिरावट आई है.
ऑटो मोबाइल्स
महिंद्रा & महिंद्रा इंडेक्स में शामिल ऑटो सेक्टर की एकमात्र कंपनी है, जिसका मुनाफा अनुमान से ज्यादा 13% रहा है. इसकी वजह अच्छी वॉल्यूम में सेल रही है, साथ ही कंपनी का SUV, LCV, ट्रैक्टर के साथ-साथ इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर सेगमेंट में मार्केट शेयर बढ़ा है.
बजाज ऑटो के नतीजे अनुमान के सबसे निचले आंकड़ों से 10% कमजोर रहे हैं, दरअसल ऐसा एकमुश्त भुगतान के लिए निकाली गई रकम के चलते है. ऐसा डिफर्ड टैक्स में बढ़ी हुई अमाउंट के चलते है, इसकी वजह डेट म्यूचुअल फंड्स में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस पर इंडेक्सेशन बेनिफिट खत्म होना है.
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स कैपिटल गुड्स में इंडेक्स में शामिल एकमात्र कंपनी है. इसे भी हाल में जोड़ा गया था. इस तिमाही में कंपनी को शानदार मुनाफा हुआ, जो अनुमानों से बेहतर रहे.
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स
एशियन पेंट्स के मुनाफे में सितंबर तिमाही में 43.6% की गिरावट आई है, इसकी वजह वॉल्यूम में आई गिरावट रही. जैसा ICICI सिक्योरिटीज ने बताया, एशियन पेंट्स का मार्केट शेयर भी कम हुआ है और Akzo, इंडिगो और बर्जर जैसी कंपनियों के पास गया है.
Titan Co. के मुनाफे में भी 23% की गिरावट आई है, जैसा मैनेजमेंट ने अर्निंग्स कॉन्फ्रेंस में बताया था, इसकी वजह तिमाही में कंपनी के सामने आई खास चुनौतियां रहीं, जिनके चलते कंपनी का मुनाफा अस्थायी गिरावट का शिकार हुआ है. इसके तहत वन टाइम कस्टम्स ड्यूटी लॉस, लार्ज कैरेट सॉलिटायर डायमंड्स में आई गिरावट रही, जो अंतरराष्ट्रीय सप्लाई के दबाव का सामना कर रही है.