Hathras Bhole Baba Stampede: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में बड़ा हादसा हो गया है. ये सत्संग हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में हो रहा था. इस भगदड़ में अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. भगदड़ में करीब श्रद्धालु घायल भी हुए हैं. घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है, ऐसे में मरने वाला का आंकड़ा आगे बढ़ने की आशंका है.
ये हादसा कथा वचक 'नारायण साकार हरि' के सत्संग में हुआ है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद लोग हॉल से निकल रहे थे. पहले निकलने की होड़ में भगदड़ मच गई. लोग एक दूसरे पर आ गिरे. ज्यादातर लोगों की मौत कुचले जाने से हुई. घटना की सूचना मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. साथ ही कई थानों की फोर्स भी मौके पर बुला ली गई है.
राष्ट्रपति ने जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है. मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.'
CM योगी ने जताया दुख
CM योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने ट्वीट कर घटना पर दुख व्यक्त किया और हादसे की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित कर दी है.
हाथरस हादसे पर PM मोदी
मृतकों के परिजनों प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. भरोसा देना चाहता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी. UP सरकार मदद में लगी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाथरस दुर्घटना में मृतकों के परिजनों के लिए PMNRF से 2 लाख रुपये की साहयता राशि देने की घोषणा की है. और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
क्या हैं हादसे की वजह?
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार श्रद्धालुओं को एक ही जगह पर रोकने के कारण सांस लेने की समस्या होने से अचानक भगदड़ हुई और ये घटना हो गई. फिलहाल, प्रशासन द्वारा इस घटना की जांच की जा रही है. इसके साथ ही इस घटना को प्रशासन की लापरवाही भी कहा जा रहा है, प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए अच्छी तैयारी नहीं की थी.