धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट ने लॉन्च किया कॉल सेंटर; बैठकों और जागरूकता अभियान का दौर भी शुरू किया

धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट ने एक आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया, जिसमें एक कॉल सेंटर, नियमित सामुदायिक बैठकें और सर्वेक्षण-पूर्व जागरूकता अभियान शामिल है

Source: NDTV

DRP कॉल सेंटर ने धारावी निवासियों को चल रहे डोर-टू-डोर सर्वेक्षणों के बारे में जानकारी देने और उनके सवालों और समस्याओं को हल करने के लिए हर महीने 8,000 से अधिक कॉल करने और फोन रिसीव करने की जानकारी दी. DRP के मुताबिक कॉल सेंटर में मराठी, हिंदी, तमिल, गुजराती और अंग्रेजी में बातचीत करने वाले 10 टेलीकॉलर हैं.

'हम धारावीकर्स से पात्रता, डॉक्यूमेंट्स यानी दस्तावेजी जरूरतों, उनके अधिकारों आदि जैसे मुद्दों पर जवाब जानने के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन (1-800-268-8888) का इस्तेमाल करने का आग्रह करते हैं.'

हम इन लोगों को बेहतर सर्विस देने के लिए कॉल की फ्रिक्वेंसी बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.' DRP-SRA के एक अधिकारी ने कहा, हम इसे और अधिक उपयोगी प्रैक्टिस बनाने के लिए निवासियों से भी इसी तरह के सहयोग की अपेक्षा रखते हैं.

भरोसा बढ़ाने की कोशिश

भरोसे को और बढ़ाने और सटीक जानकारी साझा करने के लिए, DRP नियमित रूप से समुदाय के नेताओं और प्रभावशाली लोगों के साथ बैठकें आयोजित कर रहा है. इसके लिए प्रभावशाली स्थानीय लोगों की मदद से स्थानीय समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है. ये लोग झुग्गी-झोपड़ी समूहों तक महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाकर सर्वे में सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. DRP ने बताया कि ये गतिविधियां गलत और भ्रामक सूचना का मुकाबला करने और जमीनी स्तर पर प्रतिरोध को कम करने में उपयोगी साबित हुई हैं.

DRP ने कहा कि उन्होंने घर-घर जाना, पैम्फलेट वितरण और झुग्गी बस्तियों के साथ बड़े पैमाने पर सामुदायिक बैठकें भी शुरू कर दी हैं. DRP के अधिकारियों ने बताया, 'हम संचार के विभिन्न माध्यमों से धाराविकर्स को पुनर्विकास योजना, इसके लाभों के बारे में सूचित और शिक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें ये भी बताया जा रहा है कि कैसे सर्वेक्षण इस विशाल परियोजना में सिर्फ एक कदम है. इसके लिए धाराविकर्स को उत्साह से आगे आना चाहिए और सर्वेक्षण को जल्द से जल्द पूरा करने में मदद करनी चाहिए.'

धारावी के लोगों की चिंताओं को संबोधित करते हुए, DRP-SRA अधिकारी ने कहा कि 'लोगों के दस्तावेजों को स्कैन किया जाता है और एक सुरक्षित जगह रखा जाता है और इसके दुरुपयोग का कोई खतरा नहीं है. यहां के निवासियों को पूरा भरोसा दिया गया है कि उनकी जानकारी का उपयोग केवल सर्वेक्षण और पुनर्वास उद्देश्यों के लिए किया जाता है.

अधिकारी ने ये भी कहा कि DRP किसी भी क्षेत्र में सर्वेक्षण शुरू करने से पहले निवासियों को प्रक्रिया से परिचित कराने के लिए 'सावधानीपूर्वक सर्वेक्षण-पूर्व कदम' उठाता है. इन कार्रवाइयों में समुदाय के प्रमुख सदस्यों की पहचान करना, उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए बैठकें आयोजित करना और एजुकेशनल सामग्री मुहैया करना शामिल है.

DRP ने ये भी कहा कि उसने सर्वेक्षण नोटिस डिस्प्ले किए हैं और पोस्टर भी टारगेट एरिया में प्रमुखता से प्रदर्शित किए गए हैं. अब तक कथित तौर पर सर्वेक्षण में 79,000 से अधिक लेन्स यानी गलियों को कवर किया गया है और 70,000 से अधिक झोपड़ियों में नंबरिंग पूरी की गई है.

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